उन्होंने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था में जो भ्रष्टाचार बढ़ रहा है उसे रोकने के लिए मतदाताओं को जागरूक करने की जरूरत है। राजनीतिक दलों के प्रत्याशी वोट तो ले जाते है लेकिन चुनाव में जीतने के बाद पांच साल तक आम लोगों के लिए कोई काम नहीं करते है। मुस्लिम समाज केवल वोट बैंक बनकर रह गया है। राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिलती है। राजनीतिक रूप से लगातार पिछड़ते जा रहे है। भ्रष्ट व्यवस्था निरंतर बढ़ती जा रही है। राजनीतिक का स्वच्छ होना जरूरी है। मुस्लिम समाज के पास अभी तक कोई विकल्प नहीं है।
चीफ काजी ने कहा कि मुस्लिम समाज के राजनीतिक अधिकारों का हनन हुआ तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में स्वच्छ छवि के प्रत्याशियों का चयन कर दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों को भेजा जाएगा। प्रदेश के सीकर, बीकानेर, अजमेर, फतेहपुर आदि क्षेत्रों से करीब 60 बायोडेटा आ चुके है। मुस्लिम समाज की प्रमुख समस्याओं के सवाल पर कहा कि देश आजाद होने के बाद से मुस्लिम समाज में शिक्षा, बेरोजगारी, पिछड़ापन बरकरार है।
स्वागत किया इससे पहले मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों, शहर काजी वाहिद अली, संत रामप्रसाद, समाजसेवी देवेन्द्र शर्मा, नंदन मयूर सेवा समिति के अध्यक्ष विक्रमसिंह पंवार आदि ने स्वागत किया। ध्यान रहे कि चीफ काजी राजस्थान में विभिन्न समुदायों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द की भावना का प्रचार-प्रसार करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने जोधपुर में भी लोगों से मुलाकात कर आपस में भाईचारा बढ़ाने पर जोर दिया।