– किसी भी सेंटर से मिलीभगत कर प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करवाना। उसकी फोटो खींचकर आगे भेजना।
– परीक्षा केन्द्र को खरीदकर बड़े स्तर पर अभ्यर्थियों से नकल करवाना।
– ब्लूटूथ से नकल करवाना। सूक्ष्म ब्लूटूथ डिवाइस अभ्यर्थी अंत:वस्त्रों में छुपाकर रखता था।
– फर्जी अभ्यर्थी से नकल करवाना। मूल अभ्यर्थी और मिलतेजुलते फर्जी अभ्यर्थी की फोटो को मिलाकर तीसरी फोटो तैयार करना।
होशियार युवकों से दिलाई जानी थी परीक्षा
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजन दुष्यंत ने बताया कि परीक्षा में फर्जीवाड़े के लिए भीखाराम ने अपनी कोचिंग क्लासेज में १५-२० होशियार युवकों को कोचिंग करवाकर तैयार कर रखा था। कुछ वर्ष पहले कोचिंग लेकर नौकरी करने वाले युवकों की मदद भी लेने की तैयारी थी।