दिल दहला रहे कोरोना का क्रूर रूप देख शहरवासी दहशत में है। शहर का कोई मोहल्ला ऐसा नहीं बचा है, जहां कोरोना संक्रमण नहीं हो और इस महामारी से मौत नहीं हुई हो। सितम्बर के पहले ही पखवाड़े में अब तक ७ हजार से ज्यादा संक्रमित रोगी सामने आ चुके हैं। इसी गति से कोरोना बढ़ता रहा तो अगले दस दिन में ही १० हजार नए रोगियों का आंकड़ा छू जाएगा। इसके हिसाब से चिकित्सा विभाग व मेडिकल कॉलेज से जुड़े चिकित्सकों के भी हाथ पैर फूलने लगे हैं कि कहीं अस्पताल छोटे न पडऩे लग जाएं।
जोधपुर में अब तक १९५५६ मरीज संक्रमित और २८२ मरीजों की मौत हो चुकी है। विभिन्न अस्पतालों व होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे २१९ मरीज गुरुवार को डिस्चार्ज भी हुए, लेकिन इनसे करीब तीन गुणा मामले गुरुवार को एक ही दिन में बढ़ भी गए। इधर आज छह संक्रमितों ने विभिन्न अस्पतालों में दम तोड़ दिया।
महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती हुडक़ो क्वार्टर प्रतापनगर निवासी मघराज (६३ ), बिलाड़ा निवासी गुलाबचंद ( ६३) की कोरोना से मौत हो गई। एमडीएम भर्ती नवचौकिया नथावतों की बारी निवासी केशव प्रकाश व्यास (६१ ), एम्स जोधपुर में भर्ती चौपासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी कमलेश चंद्र (६४ ), सरदारपुरा निवासी इन्दू भंडारी (५४ ) और पद्मावती नगर पावटा बी रोड निवासी प्रवीण ( ४९) ने भी दम तोड़ दिया।
सीएम के समधि भी पॉजिटिव
सीएम अशोक गहलोत के समधि और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत के ससुर बीआर पंवार भी कोरोना पॉजिटिव है। उन्हें एमडीएम अस्पताल भर्ती कराया गया है। जहां चिकित्सकों की देखरेख में उनका उपचार चल रहा है। कई बड़े अधिकारी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
सरकारी दफ्तरों में भी संक्रमण
शहर में बढ़ रहे कोरोना का असर सरकारी विभागों तक पहुंच गया है। कई विभागों के कर्मचारी पॉजिटिव आ रहे हैं। डिस्कॉम व अन्य एजेंसियों के साथ जिला न्यायालय के कर्मचारी भी चपेट में आए हैं। कलक्ट्रेट, एकल खिडक़ी, एसबीआई बैंक मुख्यालय, रजिस्ट्री ऑफिस व अन्य महत्वपूर्ण विभागों के कार्यालय होने के कारण यहां लोगों की रेलमपेल ज्यादा रहती है। ऐसे में यहां हर वक्त संक्रमण का खतरा बना रहता है।
मेडिकल कॉलेज कर्मी सक्रमित
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज का स्टोर कर्मचारी पॉजिटिव आया है। उसके पॉजिटिव आने के बाद स्टोर के शेष कर्मचारी घर चले गए। कॉलेज के मंत्रालयिक कर्मियों ने प्रिंसिपल से कॉलेज परिसर में सैनेटाइजर आदि की पुख्ता व्यवस्था करने की मांग की है।