नगर निगम के ज्यादातर वार्ड में सफाई को लेकर कोई गंभीरता नहीं है। शहर के बाशिंदे नगर निगम के चक्कर काटते रहते हैं। प्रार्थना पत्र लिए इधर-उधर घूमते रहते हैं। लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता। लोग वैसे ही कचरा फेंक रहे हैं और सडक़ों और गलियों में कचरा और कीचड़ फैला हुआ है। शहर के प्रमुख स्थल उदयमंदिर आसन, पब्लिक पार्क, स्टेडियम, शिप हाउस, नागौरी गेट, महामंदिर, माणक चौक, त्रिपोलिया, गुलाबसागर व फतेहसागर इलाके में भी गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। शहरी चार दीवारी के बाहर भी कई मोहल्लों में ऐसे ही हालात हैं।
क्या है डोर टू डोर कचरा संग्रहण
अभी एक माह पहले ही शहर के सभी 65 वार्ड में डोर टू डोर कचरा संग्रहण शत-प्रतिशत लागू हुआ है। अभी छह माह ये फर्म अपने स्तर पर ही कचरा संग्रहण करेगी और किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। छह माह रिव्यू के बाद काम ठीक होता है तो उस फर्म को संबंधित वार्ड से राशि वसूलने का अधिकार भी दिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
– 65 वार्ड में डोर टू डोर कचरा संग्रहण शुरू हुआ। – 230 करीब वाहन प्रतिदिन कचरा संग्रहित करते हैं।
– 800 घरों का दायरा है एक वाहन का। – 3-4 वाहन एक वार्ड में लगे हुए हैं।
– 6 माह तक नहीं लिया जाएगा वार्ड से शुल्क।
विधानसभावार होगी जांच पूरे शहर से इस प्रकार की शिकायतें सामने आई हैं। अब विधानसभावार इसकी जांच करवाने की तैयारी है। कुछ दिन पहले डोर टू डोर कचरा संग्रहण की रिव्यू बैठक में आयुक्त ने संबंधित फर्म संचालकों को फटकार भी लगाई है।
इनका कहना…
कचरे के जो पॉइंट हैं वहां तो नियमित सफाई हो रही है। कई बार वाहन चालक जो कि अपने क्षेत्र की एक गली को छोड़ देता है। ऐसे में लोगों को लगता है कि नियमित नहीं है। इसकी भी जांच करवा कर कार्रवाई करेंगे।
– सुरेश कुमार ओला, आयुक्त, नगर निगम जोधपुर।