कार्यालय को बनाया पार्किंग स्थल
विभाग के कार्यालय को मानो यहां के कार्मिकों ने पार्किंग स्थल बना दिया। तीन-चार दुपहिया वाहन कार्यालय परिसर में ही खड़े नजर आए। कोरोना का डर कहे या सावधानी यहां के कार्मिकों ने सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था कर रखी थी तथा बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन लेकर पहुंच रहे लोगों के लिए अलग से टोकरी तक रखी हुई थी। कार्मिक बोले अभी बेरोजगारी भत्ते के लिए काफी लोग आ रहे है। हम किसी के संपर्क में आकर संक्रमित न हो जाए इसलिए लोगों से दूरी रख रहे है।
बेरोजगारी भत्ते के लिए बढ़े आवेदन
विभाग की ओर से मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत स्नातक उत्र्तीण युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। विभाग के अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी रणछोड़ पुरोहित ने बताया कि जनरल व ओबीसी वर्ग के 18 से 30 वर्ष आयु के युवाओं को तीन हजार तथा युवतियों को 3500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। एससी/एसटी वर्ग के युवाओं को 18 से 35 वर्ष की आयु तक बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है। अधिकतम दो वर्ष की अवधि तक बेरोजगारी भत्ता दिया जाता है।
तीन माह में आए 1300 आवेदन
लॉकडाउन के चलते बेरोजगारी भत्ता पाने की आश में युवाओं द्वारा आवेदन करने का सिलसिला बढ़ा है। पिछले तीन माह में विभाग को बेरोजगारी भत्ते के लिए 1272 आवेदन पत्र मिले। इसके साथ ही रोजाना करीब 12 से 15 कॉल कार्यालय में आते है। जिनका अधिकतर का प्रश्न रहता है कि उनके खाते में बेरोजगारी भत्ता नहीं आ रहा। तो किसी का प्रश्न रहता कि बेरोजगारी भत्ता पाने के लिए किया करना है।
इन्होंने कहा
कोरोना के चलते अभी रोजगार मेले आयोजित नहीं कर रहे है। बेरोजगारी भत्ते के लिए जो आवेदन आ रहे है उनका निस्तारण कर रहे है। वर्तमान में 14 हजार 985 युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है।
– राघवेन्द्रसिंह, सहायक निदेशक, उपक्षेत्रीय रोजगार कार्यालय, जोधपुर