इसके बाद उसके चिल्लाने के बाद आस-पास की ढाणियों से पहुंचे लोगों ने लाठियों व पत्थरों से सूकर को पीटा तब कही जाकर किसान सूकर के चंगुल से छूट पाया। गंभीर घायल किसान को पास के निजी चिकित्सालय ले जाकर उनका उपचार करवाया। जंगली सूकर ने किसान के दोनों हाथ व पैरों को नोंचकर जख्मी कर दिया।
पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से सूकरों ने आधा दर्जन से अधिक किसानों पर हमले कर दिए। किसानों ने बताया कि इन सूअरों के पचास-पचास के झुंड एक साथ खेत में घुसते है उसके बाद खेतों में खड़ी फसलों को अपने शरीर की लेट व थुंड से नष्ट कर देते है। यदि उनको खेत से बाहर निकालने के लिए एक आदमी या औरत आती है तो उस पर हमला बोलकर घायल कर देते है।