साथीन गांव में नववर्ष की रात एक साथ पांच स्थानों पर नकबजनी की वारदातों में सात-आठ लाख के नकदी और जेवरातों का एक पखवाड़े बाद भी पुलिस द्वारा खुलासा नहीं कर पाने से ग्रामीण आहत हैं। हालांकि पुलिस की विशेष टीम भी लगी हुई है लेकिन कोई सफलता नही मिली। इस कारण दर्जनों ग्रामीण साथीन से निजी वाहनों में सवार होकर पीपाड़सिटी उपजिला मजिएट्रेट कंचन राठौड़ के समक्ष मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने पहुंचे। वहाँ मौजूद पुलिस उपाधीक्षक सी पी पारीक और पुलिस थानाधिकारी चंपाराम को देख पीडि़तों और ग्रामीणों को न्याय की उम्मीद जगी, जो पारीक का जबाब सुनकर हवा हो गई। उपाधीक्षक का यह कहना कि कि ज्ञापन से क्या होगा? बाइस साल की नौकरी में चोरी को लेकर ज्ञापन पहली बार देख रहा हूं। जब एक-दो ग्रामीणों ने सवाल जबाब करने चाहे तो पुलिस अधिकारी का व्यंग्यात्मक जबाब सुन फरियादी भी दंग रह गए।
इस दौरान चैनसिंह, भीखापुरी गोस्वामी, प्रकाशपुरी, आशुपुरी गोस्वामी, दिलीप मुंदियाड़ा,अजीत गौड़, भींयाराम प्रजापत, दयाराम सिरोही, ओमप्रकाश, रामलाल सिरोही, सुरेशपुरी,प्रकाशराम जाट सहित कई ग्रामीण मौजूद रहें। निसं/निप्र. इन्होंने कहा पुलिस अधिकारियों का फरियादियों के प्रति मानवीय व्यवहार होना जरूरी हैं। इस मामले में रिपोर्ट तलब की गई है।
डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा, अति.पुलिस महानिदेशक, प्रभारी, जोधपुर रेंज –
पुलिस अपनी तरफ से सारे प्रयास कर रही हैं। शीघ्र ही मेहनत से सफलता मिलेगी।
सी पी पारीक, पुलिस उपाधीक्षक, बिलाड़ा