एक युवक की झूठी कहानी से जोधपुर एयरपोर्ट परिसर सोमवार सुबह करीब 3 घंटे तक पुलिस छावनी बन गया और यात्री दहशत में आ गए। यह कहानी रची हैदराबाद में कारपेंटर का काम करने वाले मूलत: जालोर के सायला निवासी दिनेश सुथार (30) ने।
कर्नाटक के मैसुर में कृष्णराजा महेश्वर निवासी अशोक पुत्र नन्जुनडमा गौड़ा का नाबालिग पुत्र यशवंत कुछ महिनों पहले लापता हो गया था। इसकी रिपोर्ट उसने कृष्णाराजा थाने में दी थी। दिनेश ने करीब चार दिन पहले उसे फोन कर बताया कि उसका बेटा जोधपुर ओमशांति आश्रम में है। इस पर थाने के हेड कांस्टेबल गंगााधर और कांस्टेबल प्रसन्न कुमार के साथ वे फ्लाइट में हैदराबाद से मुम्बई और वहां से जोधपुर आए थे।
आरोपी दिनेश सुथार ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अशोक गौड़ा को अपना नाम गुरलिंगप्पा बताया था। उसने इस नाम से आधार कार्ड भी बनवा रखा था। आरोपी ने इसी नाम से फ्लाइट का टिकट बनवाया था। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने फर्जी पहचान इसलिए बनाई थी कि वह जोधपुर एयरपोर्ट से बाहर निकलने के बाद अशोक को बेटे से मिलवाने से पहले रुपए लेने वाला था। इसके बाद वह चकमा देकर फरार हो जाता और फर्जी पहचान से वे उसे पकड़ नहीं पाते