यह फेयर लगभग 11 साल बाद जोधपुर में होगा। राज्य सरकार ने इसके लिए वर्ष 2020 के बजट में 3 करोड़ रुपए की घोषणा की थी। जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. भरत दिनेश ने बैठक में कहा कि प्रस्तावित फेयर में बड़ी संख्या में विदेशी ग्राहकों के आने से ही हस्तशिल्प निर्यात को फायदा मिल सकता है। इसके लिए फेयर कमेटी को रोडमेप बना कर अभी से प्रयास शुरू करने चाहिए।
नवम्बर में था प्रस्तावित
उद्योग विभाग ने हैण्डीक्राफ्ट फेयर नवम्बर में करवाना प्रस्तवित किया था, लेकिन निर्यातकों ने उस दौरान फेयर की सफलता को लेकर आशंका व्यक्त कर दी। कारण कि अक्टूबर में ईपीसीएच का दिल्ली में अन्तरराष्ट्रीय इंडियन हैण्डीक्राफ्ट एण्ड गिफ्ट फेयर होना है। इसमें जोधपुर के करीब 500 से अधिक निर्यातक भाग लेते हैं और बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार भी पहुंचते हैं। इसके ठीक एक महिने बाद जोधपुर फेयर में दुबारा विदेशी ग्राहकों का आना मुश्किल होता है।
उद्योग विभाग ने हैण्डीक्राफ्ट फेयर नवम्बर में करवाना प्रस्तवित किया था, लेकिन निर्यातकों ने उस दौरान फेयर की सफलता को लेकर आशंका व्यक्त कर दी। कारण कि अक्टूबर में ईपीसीएच का दिल्ली में अन्तरराष्ट्रीय इंडियन हैण्डीक्राफ्ट एण्ड गिफ्ट फेयर होना है। इसमें जोधपुर के करीब 500 से अधिक निर्यातक भाग लेते हैं और बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार भी पहुंचते हैं। इसके ठीक एक महिने बाद जोधपुर फेयर में दुबारा विदेशी ग्राहकों का आना मुश्किल होता है।
वर्ष 2010 व 2011 में हो चुके आयोजन
जोधपुर में वर्ष 2010 व 2011 में ईपीसीएच व जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स की संयुक्त मेजबानी में दो अन्तरराष्ट्रीय फर्नीचर व एक्ससरीज शो भी मार्च में सफलतापूर्वक हुए थे। इनमें कई अन्तरराष्ट्रीय बायर्स भी आए, लेकिन जोधपुर में उस वक्त फेयर के लिए उचित स्थाई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने से फेयर दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया था।
जोधपुर में वर्ष 2010 व 2011 में ईपीसीएच व जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स की संयुक्त मेजबानी में दो अन्तरराष्ट्रीय फर्नीचर व एक्ससरीज शो भी मार्च में सफलतापूर्वक हुए थे। इनमें कई अन्तरराष्ट्रीय बायर्स भी आए, लेकिन जोधपुर में उस वक्त फेयर के लिए उचित स्थाई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने से फेयर दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया था।
इनका कहना...
पूर्व में फेयर नवम्बर में करवाना तय किया गया, लेकिन जिला कलक्टर की अध्यक्षता में निर्यातकों के साथ बैठक में आए सुझावों पर विचार कर फेयर मार्च-2023 के अंतिम सप्ताह में करवाने पर सहमति बनी है।
एसएल पालीवाल, संयुक्त निदेशक, जिला उद्योग व वाणिज्य केंद्र, जोधपुर
पूर्व में फेयर नवम्बर में करवाना तय किया गया, लेकिन जिला कलक्टर की अध्यक्षता में निर्यातकों के साथ बैठक में आए सुझावों पर विचार कर फेयर मार्च-2023 के अंतिम सप्ताह में करवाने पर सहमति बनी है।
एसएल पालीवाल, संयुक्त निदेशक, जिला उद्योग व वाणिज्य केंद्र, जोधपुर