उप निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि मंगलवार मध्यरात्रि खरबूजा बावड़ी के पास निवासी प्रकाश गौड़ के पिता का निधन हो गया था। शोक के चलते घर के बाहर सडक़ पर शामियाना लगाया गया है। खरबूजा बावड़ी के क्षतिग्रस्त होने से पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रास्ता बंद कर रखा है। मंगलवार रात शामियाने में परिवार के सदस्य सो रहे थे। रात करीब डेढ़ बजे तेज रफ्तार व लापरवाही से एक कार आई और रामद्वारा की तरफ मुडऩे की बजाय वो खरबूजा बावड़ी के पास शामियाने में जा घुसी। वहां सो रहे प्रकाश गौड़, माणकचंद, मूलचंद व सत्यनारायण कार की चपेट में आ गए। चारों चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर घरवाले भी बाहर आए। रात्रि गश्त कर रही पुलिस मौके पर पहुंची और चारों को मथुरादास माथुर अस्पताल ले गई, जहां दो-तीन जगह फ्रैक्चर आने से सत्यनारायण को भर्ती किया गया है। जबकि शेष को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। इस बारे में फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं हुआ।
चिल्लाने पर घरवाले उठे, चालक दुबारा कार चढ़ा भागा प्रकाश गौड़ का कहना है कि पिता के निधन के कारण घर के बाहर शामियाना लगाया गया है। रात करीब डेढ़ बजे कार टेंट में जा घुसी और वहां सो रहे चारों को चपेट में ले लिया। चारों के चिल्लाने पर चालक ने कार पीछे ली। इससे चारों दुबारा चपेट में आ गए। कार में चालक अकेला ही था। हादसे के बाद वो कार को रामद्वारा के पास व सूरसागर थाने के आगे से भगा ले गया। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में कार नजर आई है। जिससे उसकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
छह माह से क्षतिग्रस्त है खरबूजा बावड़ी
पुलिस का कहना है कि खरबूजा बावड़ी पिछले छह महीने से क्षतिग्रस्त है। दुर्घटना से बचाने के लिए बावड़ी के आगे कुछ बैरिकेड्स लगा रखे हैं, लेकिन शामियाना के कारण घरवालों ने बैरिकेड्स हटा दिए थे। गनीमत रही कि कार बावड़ी में नहीं गिरी। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।