आइआइटी जोधपुर के निदेशक प्रो शंातनु चौधरी और आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति प्रो. अभिमन्यु कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। कुलसचिव सीमा कविया ने बताया कि एमओयू की प्रस्तावित शोध-गतिविधियों के अन्तर्गत आधुनिक तकनीक एवं मापदण्डों के माध्यम से आयुर्वेद के सिद्धान्तों के अनुसार व्यक्ति की प्रकृति को परिभाषित करने में महत्त्वपूर्ण मदद मिलेगी, जिससे वात-पित्त-कफ प्रकृति के व्यक्ति-विशेष के लिये हितकर खानपान एवं जीवनचर्या का निर्देशन सम्भव हो सकेगा। तकनीक के माध्यम से आयुर्वेदीय औषधियों के फ ार्मेको-डायनेमिक्स का विश्लेषण किया जा सकेगा। नाड़ी-परीक्षा, पंचकर्म इत्यादि के विभिन्न उपकरणों का तकनीक के माध्यम से विकास होगा।