मध्यप्रदेश में डोडा की खेती बड़े स्तर पर होती है। आशंका है कि इस लिहाज से यहां से तस्करी भी अधिक होती है। इन दिनों रामदेवरा जाने वाले जातरुओं का सीजन चल रहा है। ऐसे में लाखों लोग मध्यप्रदेश से विभिन्न वाहनों के माध्यम से यहां से आते जाते हैं। पुलिस आम तौर पर इन वाहनों की जांच नहीं करती। ऐसे में डोडा तस्करों ने इसका नाजाइज फायदा उठाते हुए मारवाड़-गोडवाड़ इलाकों में मध्यप्रदेश से डोडा व अफीम की खेप लाना शुरू कर दी। सूत्रों की मानें तो ये तस्कर उदयपुर, चित्तौडगढ़़ और कोटा के रास्तों से होकर पाली होते हुए जोधपुर जिले में प्रवेश कर रहे हैं। पाली के सेंदड़ा, बर व रायपुर रूट दूसरी और देसूरी व रणकपुर रूट से ये तस्कर जोधपुर पहुंच रहे हैं। दिखने में ये जातरू की तरह ही होते हैं, लेकिन इस आड़ में तस्करी करने लग जाते हैं।
बाबा रामदेव मेला परवान चढऩे लगा है। मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर के आस-पास ही नहीं, बल्कि शहर भर में जगह जगह जातरुओं की रेलमपेल नजर आने लगी है। जातरुओं की बढ़ती भीड़ व सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पुलिस कमिश्नर आलोक वशिष्ठ व पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) मोनिका सैन शनिवार शाम मसूरिया में मेलास्थल पहुंचे और पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ पूरे मंदिर का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर व मेलास्थल की हर जगह सुरक्षा की दृष्टि से चेक की। मंदिर में जातरुओं के आने व जाने वाले मार्गों के साथ ही परचा नाडी में सुरक्षा के इंतजाम भी जांचे। साथ ही ट्रस्ट के पदाधिकारियों से सीसीटीवी कैमरों व उनकी मॉनिटरिंग के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मेले में जातरुओं की तादाद बढऩे के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए। इस अवसर पर ट्रस्ट अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान भी साथ थे। देवनगर थानाधिकारी सुमेरदान का कहना है कि मेलास्थल पर वर्तमान में दो पारियों में सुरक्षा जाब्ता लगाया जा रहा है। दिन में एक उप निरीक्षक व पन्द्रह जवान और रात में एक उप निरीक्षक व दस जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा मसूरिया चौकी का जाब्ता भी मेला ड्यूटी में रहता है।