सूची आए तो हो रकम वापस एसएफस सामान्य सीट पर प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की सूची विश्वविद्यालय की ऑनलाइन विंग संबंधित संकाय को भेजती है। संकाय से बिल बनाकर विवि की लेखा शाखा में जाता है। वहां से रिफंड जारी होता है। इसके बाद संबंधित संकाय के विद्यार्थियों के बैंक खाते में शेष राशि डाल देते हैं। इस बार विवि की ऑनलाइन विंग ने संकायों को सूची ही नहीं भेजी।
ठेके पर चल रही ऑनलाइन व्यवस्था
विवि में प्रवेश प्रक्रिया सहित समस्त ऑनलाइन व्यवस्था ठेके पर है। ठेका फर्म की ओर से इक्का-दुक्का व्यक्ति ही इस कार्य में लगे हुए हैं। इससे विवि में परेशानी आ रही है। साथ ही विवि के डीन, डायरेक्टर और विभागाध्यक्ष भी विद्यार्थियों के पैसे लौटाने में रुचि नहीं ले रहे हैं।
विवि में प्रवेश प्रक्रिया सहित समस्त ऑनलाइन व्यवस्था ठेके पर है। ठेका फर्म की ओर से इक्का-दुक्का व्यक्ति ही इस कार्य में लगे हुए हैं। इससे विवि में परेशानी आ रही है। साथ ही विवि के डीन, डायरेक्टर और विभागाध्यक्ष भी विद्यार्थियों के पैसे लौटाने में रुचि नहीं ले रहे हैं।
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‘कुछ बच्चों का ही रिफण्ड अटका है। वित्तीय सलाहकार को इस संबंध में अवगत कराया है। जल्द ही सभी बच्चों को उनके खाते में रिफण्ड मिल जाएगा।’ -प्रो. किशोरीलाल रैगर, अधिष्ठाता (कल संकाय), जेएनवीयू
‘कुछ बच्चों का ही रिफण्ड अटका है। वित्तीय सलाहकार को इस संबंध में अवगत कराया है। जल्द ही सभी बच्चों को उनके खाते में रिफण्ड मिल जाएगा।’ -प्रो. किशोरीलाल रैगर, अधिष्ठाता (कल संकाय), जेएनवीयू