इसके अंतर्गत गांव के लोग गौ शाला में आकर अपना जन्म दिवस मनाते हैं और अपनी इच्छा से गायों के लिए दान पुण्य का कार्य करते हैं। इसके लिए न्यूनतम राशि 5100 रुपए है।
निर्धारित प्रपत्र में पंजीकरण करने के बाद नोडल अधिकारी फोन करके संबंधित व्यक्ति को जन्मदिवस पर औपचारिक रूप से आमंत्रित करता है। गांव के गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच जन्म दिवस मनाया जाता है। जन्मदिन मनाने वाले को साफा, माला व स्मृति चिन्ह दिया जाता है। घेवर का केक काटा जाता है।
विवि शिक्षक के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम एक प्रयोग है। यहां के अनुभव से बेहतर अध्यापन संभव है। इससे भारतीय संविधान के उद्देश्यों की भी पूर्ति हो रही है।
– डॉ दिनेश गहलोत, नोडल अधिकारी, सालावास स्मार्ट विलेज योजना, जेएनवीयू