हम बात कर रहे हैं पूर्व सैनिकों के लिए बसाई गई ब्रिगेडियर जब्बर सिंह कॉलोनी की। इस क्षेत्र में एक सडक़ को सैन्य सम्मान के रूप में वॉरियर रोड के रूप में विकसित करना है। इसके लिए कुल बजट प्रस्ताव करीब आठ करोड़ से अधिक का बनाया गया। विभागों के बीच में उलझी इस सडक़ पर एक साल बाद भी विकास नजर नहीं आता। डिस्कॉम व जेडीए के बीच फंसी इस सडक़ को पूरा करने में अब कुछ माह का ही समय शेष है। लेकिन अब तक धरातल पर सडक़ बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है।
यह होना है वॉरियर रोड में काम – बीजेएस चौराहे से लेकर आरटीओ कार्यालय तक सडक़ को चौड़ा करना है।
– सडक़ के दोनों ओर से बिजली के बड़े तारों को अंडरग्राउंड भी करना है।
– सडक़ के दोनों ओर पानी निकासी का नाला भी बनाना है।
– इसके ऊपर फुटपाथ निर्माण भी प्रस्तावित है। – डिवाइडर के बीच में शहीदों की याद में पेडस्टल लगाने प्रस्तावित है।
– इन पर जोधपुर के अब तक के शहीदों के नाम अंकित होंगे।
एक साल में यह हुआ काम
फरवरी 2018 में इस सडक़ का शिलान्यास हुआ। इसके बाद सडक़ के दोनों ओर गुजर रही बिजली लाइन को हटाने का काम शुरू हुआ जो कि अब तक पूरा नहीं हुआ है। जेडीए प्रशासन का कहना है कि जब तक डिस्कॉम अपना काम पूरा नहीं करे तब तक आगे काम नहीं कर सकते। वहीं डिस्कॉम किश्तों में राशि आने और अंतिम किश्त पेंडिंग होने की बात कह रहा है।
वॉरियर रोड प्रोजेक्ट का गणित
– 5 करोड़ बिजली लाइनों की शिफ्टिंग व अंडरग्राउंड केबल के लिए था। – 3.5 करोड़ में सडक़ चौड़ा करना व नए काम करवाना है। – 1 साल से अधिक हुआ काम शुरू हुए
– अब 5 माह में पूरा करना है काम इनका कहना…
हमारी ओर से सडक़ का काम बाकी है। क्योंकि पहले डिस्कॉम को बिजली केबल अंडरग्राउंड करने का काम करना है। उसके बाद हम काम शुरू करेंगे।
– याकूब भाटी, अधिशासी अभियंता, जोधपुर विकास प्राधिकरण। हमारी ओर से फिजिकल काम तो पूरा अभी हुआ है। अकाउंट संबंधित कुछ काम बाकी है। यदि जेडीए चाहे तो यहां काम शुरू कर सकती है।
– आर.एन विश्नोई, अधिशासी अभियंता, जोधपुर डिस्कॉम।
वॉरियर रोड का काम काफी धीमी गति से हो रहा है। हमनें शिलान्यास भी शहीदों के परिवारों से करवाया था। लेकिन अब तक प्रगति नजर नहीं आ रही। – डॉ. महेन्द्र राठौड़, पूर्व जेडीए अध्यक्ष।