जोकर सबसे पहले २०१७ में सामने आया था। वर्तमान में इसका नया रूप एसएमएस को पढऩा, कॉल एण्ड एक्टिविटी फॉलो करना, बैंकिंग संबंधी सूचनाएं व क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड की जानकारी लेना है। जोकर डिवाइस में अतिरिक्त मेलवेयर डाउनलोड करने में सक्षम है जो यूजर्स की जानकारी के बगैर प्रीमियम सेवाएं खरीदता है। इसकी जानकारी यूजर्स को बाद में बैंक स्टेटमेंट से मिलती है।
एसएमएस फ्रॉड सर्विस के अलावा जोकर ने क्रोम एक्सटेंशन सर्विस को प्रभावित किया है। ये एक्सटेंशन गूगल एक्सटेंशन पेज पर डाउनलोड और इंस्टॉल करने के लिए फ्री में उपलब्ध होने की वजह से कई लोग उपयोग में करते हैं। गूगल ने एेसे ७० जोकर से संक्रमित एक्सटेंशन पेज हटाए हैं।
जोकर मोबाइल में शॉर्ट कोड इस्तेमाल करता है। यह एप्लीकेशन की बहुत गहराई में चला जाता है जिसके कारण साधारणतया इसको डिटेक्ट नहीं किया जा सकता। ‘यूजर्स को चाहिए कि वे संक्रमित एप्लीकेशन हटाकर एक बार अपने बैंक खातों की जांच कर लें।’
प्रिया सांखला, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट जोधपुर