बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, जातिगत भेदभाव से मुक्ति, सभी समुदाय की कन्याओं का पूजन, पूरा स्टाफ और सारे छात्र पूजक, सामाजिक समरसता का संस्कार, linga आधारित भेदभाव से मुक्त होने का संदेश, कन्या पूजन से लड़कियो के प्रति दृष्टि बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
सोशल मीडिया के उपयोग से इस बार सभी 33 जिलों तक यह मुहिम पहुंचाने का दावा किया जा रहा है। वाट्सएप पर अलग-अलग जिलों के शिक्षकों ने कुल 14 कन्यापूजन वाटसएप गु्रप बने। 7 संभाग के हिसाब से शिक्षकों को जोड़ा गया। 14 समूह में कुल मिला कर 1462 शिक्षक जोड़े गए। 800 से अधिक विद्यालयों में पढऩे वाली करीब 20 हजार छात्राओं का अभिनन्दन किया गया।