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चंद्र दर्शन का समय
यह भी मान्यता है कि कि करवा चौथ के दिन चंद्र दर्शन मनवांछित फल देता है। 1 नवंबर यानी करवा चौथ की रात्रि 8:15 बजे चंद्रोदय होगा। करवा चौथ पर बन रहा शुभ संयोग
1 नवंबर को करवा चौथ के दिन सर्वार्थ सिद्धि और शिव योग का संयोग बन रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:33 बजे से 2 नवंबर को सुबह 04:36 बजे तक रहेगा। इसके अलावा 1 नवंबर की दोपहर 2:07 बजे से शिवयोग शुरू हो जाएगा।
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चांद निकलने तक रहता है व्रतसुहागनों के लिए यह व्रत बहुत खास होता है। महिलाएं पति के सुखी जीवन, सौभाग्य, अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए दिनभर निराहार और निर्जल रहती हैं। करवा चौथ का व्रत सुबह सूर्योदय से शुरू होता है और शाम को चांद निकलने तक रखा जाता है। शाम को चंद्रमा के दर्शन करके अघ्र्य अर्पित करने के बाद पति के हाथ से पानी पीकर महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। इस दिन चतुर्थी माता और गणेशजी की भी पूजा की जाती है।
– 1 नवंबर को शाम 5:36 से 6:54 बजे तक।
– अमृतकाल मुहूर्त शाम 7:34 से 9:13 बजे तक।