scriptदेर रात चंद्रोदय हुआ तो खिल उठे व्रती महिलाओं के चेहरे | Late night when the moonlight occurred, the faces of the fasting women | Patrika News

देर रात चंद्रोदय हुआ तो खिल उठे व्रती महिलाओं के चेहरे

locationजोधपुरPublished: Aug 10, 2020 02:02:17 pm

Submitted by:

Nandkishor Sharma

ऊब छठ को घरों के अलावा ऑनलाइन और बुजुर्गो से पौराणिक कथा का श्रवण

देर रात चंद्रोदय हुआ तो खिल उठे व्रती महिलाओं के चेहरे

देर रात चंद्रोदय हुआ तो खिल उठे व्रती महिलाओं के चेहरे

जोधपुर. भगवान कृष्ण के बड़े भ्राता भगवान बलराम का जन्म दिवस रविवार को ऊब छठ (चंदनषष्ठी पर्व) के रूप में परम्परागत हर्षोल्लास से मनाया गया। सुहागिनें घर-परिवार की सुख समृद्धि के लिए सूर्यास्त बाद चंदनयुक्त जल सेवन कर व्रत का संकल्प लिया। इसके बाद देर रात तक चन्द्रोदय होने तक खड़े रहकर उपासना एवं पौराणिक कथाओं का श्रवण किया। देर रात करीब 1.30 बजे बादलों की ओट से चन्द्रोदय होने पर अर्घ्य देकर कठिन व्रत का पारणा किया। शिव-गौरी उपासना से जुड़े पर्व पर व्रती महिलाओं, युवतियों ने घरों में बुजुर्ग महिलाओं के अलावा ऑनलाइन और मंदिर पुजारियों से पौराणिक कथाओं का श्रवण किया। इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण जोधपुर में दो दिवसीय लॉकडाउन के कारण मंदिरों के पट बंद होने से व्रती महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शहर के कुछ उपनगरीय क्षेत्रों में व्रती महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए मंदिरों के पट बंद होने के कारण बाहर से ही शीश नवाया। शिवालयों व कृष्ण मंदिरों में पुजारियों ने विशेष ऋतुपुष्पों का शृंगार किया।
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