पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राजन दुष्यंत ने बताया कि एक व्यक्ति ने दोपहर करीब 12 बजे स्टेट कण्ट्रोल रूम में फोन कर कहा कि वह ओसियां आ रही मुख्यमंत्री को बम से उड़ा देगा। धमकी भरा कॉल आने के दौरान मुख्यमंत्री जोधपुर जिले के दौरे पर थीं और उन्हें ओसियां में आयोजित चुनावी सभा में पहुंचना था। धमकी मिलते ही जोधपुर में मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ा दी और पुलिस के साथ ही एटीएस को अलर्ट कर दिया गया। मोबाइल नम्बर के आधार पर धमकी देने वाले युवक की तलाश शुरू की गई।
तकनीकी विशेषज्ञ हेड कांस्टेबल अमानराम ने सूचनाएं एकत्रित की तो मोबाइल की लोकेशन जोधपुर जिले के ओसियां के आसपास मिली। इस आधार पर पुलिस ने डाबड़ी गांव निवासी महेन्द्रसिंह (23) पुत्र खेतसिंह राजपूत को पहले हिरासत में लिया और बाद में ओसियां थाने में एफआइआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी फर्नीचर का कार्य करता था।
करणी सेना के नाम से दी धमकी वृत्ताधिकारी (ओसियां) दिनेश मीणा ने बताया कि आरोपी ने खुद को करणी सेना का सदस्य बताते हुए धमकी भरा फोन किया था, लेकिन उसका करणी सेना से किसी तरह का जुड़ाव या सदस्य होने की जानकारी सामने नहीं आई है।
कोई राजनीतिक कारण नहीं थानाधिकारी जयकिशन सोनी का कहना है कि धमकी भरे कॉल के पीछे कोई राजनीतिक कारण सामने नहीं आया है। न ही किसी के बहकावे में धमकी दी थी। पुलिस का कहना है कि आरोपी महेन्द्र धमकी भरा कॉल जोधपुर पुलिस कन्ट्रोल रूम अथवा पुलिस स्टेशन ओसियां में करना चाहता था, लेकिन कॉल जयपुर स्थित स्टेट कन्ट्रोल रूम में चला गया था। मोबाइल सिम आरोपी के पिता के नाम है। ऐसे में पुलिस ने सबसे पहले पिता को पकड़ा। जांच में सामने आया कि कॉल पुत्र महेन्द्र ने किया था।
25 अगस्त को हुआ था विरोध प्रदर्शन गौरव यात्रा के दौरान 25 अगस्त को ओसियां में राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल से मिले बगैर मुख्यमंत्री के लौटने पर समाज के लोग नाराज हो गए थे। उन्होंने चाडी चौराहे पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया था। रास्ता भी रोक दिया था। इसके बाद पीपाड़ में गौरव यात्रा के रथ पर पथराव तक हो गया था। गौरव यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन के बाद अब बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर पुलिस भी सकते में आ गई। हालांकि पिछली बार की तुलना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी, लेकिन धमकी मिलने के बाद सुरक्षा और बढ़ा दी गई।