मस्ती की पाठशाला से की शुरूआत जागीरदार आरवी के नाम से पहचान बनाने वाले सिंह की रैप सांग गाने की शुरूआत हनी सिंह के गानों को सुनकर हुई। यहां से मारवाड़ी गानों पर रैप बनाने का आइडिया आया। जिसमें राजस्थानी संस्कृति को रूबरू करवाते हुए पहला रैप गाना एक म्यूजिक चैनल के साथ मिलकर बनाया था। जिसका नाम था मस्ती की पाठशाला। लंगा गू्रप के साथ मारवाड़ी रैप को बड़े ही सहज ढंग से गाया जिसे काफी प्रसिद्धि भी मिली। वर्तमान में इश्क बीमारी नाम से नया गाना लांच हुआ हैं।
अब तक के टॉप गानों में म्हारो जोधपुर, जोधपुर एंथम, म्हारे देश पधारो, स्वेग मारवाड़ी आदि प्रमुख हैं।
‘बॉलीवुड में बनाना चाहता हुं मुकाम’
रैप सिंगर रघुवीरसिंह (जागीरदार आरवी) का कहना है कि राजस्थानी संस्कृति अपने आप में अद्वितीय है। इसको दुनियां के सामने रैप सांग के माध्यम से रखना चाहता हूं। साथ ही राजस्थान में हिप हॉप गानों को प्रमोट करना चाहता हूं। ताकि मेरे जैसे कलाकारों को आगे बढऩे का मौका मिलें। इसके लिए शहरवासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा हैं।
रैप सिंगर रघुवीरसिंह (जागीरदार आरवी) का कहना है कि राजस्थानी संस्कृति अपने आप में अद्वितीय है। इसको दुनियां के सामने रैप सांग के माध्यम से रखना चाहता हूं। साथ ही राजस्थान में हिप हॉप गानों को प्रमोट करना चाहता हूं। ताकि मेरे जैसे कलाकारों को आगे बढऩे का मौका मिलें। इसके लिए शहरवासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा हैं।