मंदिर से लौटी मां ने बयां की थी दर्दनाक दास्तां
टीचर जोशी की मां घटना के समय मंदिर में थी। घर से खुशी-खुशी निकली थीं, लेकिन जब लौटीं तो जो मंजर देखा तो उसके बाद दुख का पहाड़ टूट पड़ा। मेहनत से संवारे अपने आशियाने को यूं बिखरा देख उनकी आंखों से आंसू निकल गए। हालांकि उन्होंने कहा कि वे बहुत खुश हैं कि चारों बच्चे बच गए और उन्हें मामूली खरोंच तक नहीं आई। ज्योति ने बताया था कि मौत और हमारी जिंदगी के बीच महज कुछ पलों का फासला था। यदि आवाज सुनकर हम घर से बाहर नहीं निकलते तो शायद जिंदा नहीं बच पाते।
विमान दीवार तोड़ घर में घुसा था हादसे में विमान सबसे पहले सामने वाले मोतीलाल के मकान की बालकनी को तोड़ता हुआ नीचे पड़ी कार से टकराता हुआ मिट्टी में आ गिरा था। इसके बाद उछल कर वह उनके मकान में जा घुसा था। कार से टकराने की वजह से जोरदार धमाका हुआ था और वे सब चिल्लाते हुए बाहर आ गए थे। उन्होंने बताया था कि उनकी आंखों के सामने प्लेन उछल कर मकान की दीवार तोड़ लगभग अंदर घुस गया था। गनीमत रही कि वे लोग बाहर आ गए थे। प्लेन का लगभग एक तिहाई हिस्सा मकान में घुस गया था और मकान की दीवारें ढह गईं थी।