थानाधिकारी इमरान खान ने बताया कि अंकित ओझा कार्यदेशक सहायक खनिज अभियंता बालेसर ने रिपोर्ट दर्ज करवाकर बताया कि २० सितम्बर को शाम को मोरिया-मूंजासर में अवैध खनन की चेकिंग की जा रही थी। उस दौरान बाइक व बिना नम्बरी एसयूवी गाड़ी तेज रफतार से सरकारी गाड़ी का पीछा करने लगे। तब फलोदी-नागौर हाइवे होते हुए पलीना गांव में एक पेट्रोल पम्प पर डीजल भरवाने रुके। तभी वह पीछा करते हुए आएं तथा टीम के साथ गाली-गलौच करने लगे व भविष्य में चेकिंग नहीं करने की धमकी दी। जिस पर टीम के द्वारा समझाइश की गई।
इस दौरान दो वाहनों में १५-२० लोग आए और कर्मचारियों से हाथा-पाई करने लगे। हमलावरों ने खनिज कर्मचारियों से हथियार छीनने का प्रयास भी किया। साथ ही धक्का-मुक्की गई। इसी बीच, सफेद एसयूवी में तीन व्यक्ति और आए। खनिज कर्मचारियों की गाड़ी पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया। एसयूवी से अनिल मांजू, राजू, रोशन व अन्य नीचे उतरे और हाथ में हथियार लहराकर डराने-धमकाने लगे। जान से मारने की धमकियां दी गईं। फिर खजिन कर्मचारियों पर फायरिंग भी की गई। साथ ही धमकी दी कि भविष्य में खनिज विभाग की गाड़ी क्षेत्र में नजर आने पर जान से मार देंगे। डरे-सहमे खनिज कर्मचारियों ने पलीना गांव स्थित क्रेशर में शरण ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।