यहां बारिश का पूर्वानुमान नहीं, कितनी होगी
- जैसलमेर, बाड़मेर और जालोर का हिस्सा
- चितौड़गढ़ का पश्चिमी भाग
- भीलवाड़ा का कुछ हिस्सा
- अजमेर, बूंदी, कोटा के मध्यवर्ती पट्टी
- श्रीगंगानगर और बीकानेर का मध्यवर्ती हिस्सा
- हनुमानगढ़ का दक्षिण हिस्सा
पिछले साल अधिक बरसा था मानसून
गत वर्ष प्रदेश में मानसून की अधिक बारिश हुई थी। हालांकि उसका एक कारण 6 जून 2023 से सक्रिय होकर 21 दिन तक चलने वाला चक्रवाती तूफान बिपरजॉय था। जून से सितम्बर 2023 के दौरान पश्चिमी राजस्थान में 283.6 मिलीमीटर की तुलना में 401.7 मिली बारिश हुई, जो 42 प्रतिशत अधिक थी। पूर्वी राजस्थान में 626.6 की तुलना में 622.7 मिली पानी बरसा यानी सामान्य से केवल एक प्रतिशत बारिश कम थी।आरएस शर्मा, निदेशक, भारतीय मौसम विभाग जयपुर