जोधपुर में तीन कोरोना पॉजिटिव आए रोगियों के बाद मथुरादास माथुर अस्पताल में रविवार रात तक 28 से ज्यादा संदिग्ध अस्पताल में भर्ती किए गए। इसमें अकेले नागौरी गेट विजय चौक निवासी (72) के पत्नी, दो पुत्र, दो पुत्रवधू, तीन पौत्र व 12 किराएदार शामिल हैं। इनमें एक गर्भवती महिला भी बताई जा रही है। जबकि इस घर से नागौरी गेट की प्रथम संक्रमित मरीज का मकान आधा किलोमीटर की दूरी पर हैं। इसके अलावा एमडीएम में कई चिकित्सक के सैंपल जांच में लगे हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने हाई रिस्क क्षेत्र मसूरिया, केके कॉलोनी व नागौरी गेट सहित शहर के विभिन्न वार्डो में डोर टू डोर 45,391 जनों की स्क्रीनिंग की। साथ ही कोरोना का सोर्स ढूंढ़ा जा रहा है। ये जानकारी सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा व डिप्टी सीएमएचओ डॉ. प्रीतमसिंह सांखला ने दी। हाई रिस्क क्षेत्रों में 173 स्वास्थ्य दलों द्वारा 8972 घरों का सर्वे हुआ। 84 सामान्य सर्दी-जुकाम व हाई रिस्क श्रेणी के 102 सदस्य सामने आने पर उन्हें चयनित कर सैंपलिंग कर जांच की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ. मंडा ने बताया कि 17 मार्च के बाद जिले में विदेश,अन्य राज्यों सहित अन्य जिलों से आने वाले नागरिकों की सूची तैयार करते हुए उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है। जिले में अब तक 575 क्वारेंटाईन सेंटरो में 12822 लोगों को रखा गया है, जिनमें से 1962 लोगों को 14 दिन के आइसोलेशन के स्वस्थ स्थिति के बाद डिस्चार्ज किया गया है। पहले उनके लक्षण के आधार पर आवश्यकता अनुसार सैंपल लेकर जांच की गई । जांच में स्वस्थ पाए जाने के बाद ही छुट्टी दी गई है। इसमें से जोधपुर शहर में स्थापित 4 क्वारेंटाईन सेंटर जिसमें से आयुर्वेद यूनिवर्सिटी ,माहेश्वरी भवन, जीत कॉलेज व आंगणवा में 406 लोगों को भर्ती किया गया है जिनमें से 159 लोगों को 14 दिन के आइसोलेशन पूर्ण करने पर डिस्चार्ज किया गया है। साथ ही इन्हें आगामी 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी जा रही है। प्रशासन इनकी लगातार मॉनिटरिंग करेगा।
कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वॉरियर्स को तैयार किया जा रहा है। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कौशल दवे ने बताया कि रविवार को ईएसआई अस्पताल प्रताप नगर के स्टाफ को कोरोना वायरस के बारे में प्रशिक्षण देकर मुस्तैद रहने के लिए प्रेरित किया गया।