नंदकिशोर सारस्वत/जोधपुर. कुंआरों के लिए जून माह अनलॉक-वन की पाबंदियों को हटाने के साथ विवाह के तीन मुहूर्त की सौगात भी लेकर आया है। यदि सगाई हो चुके कुंआरे जून मास में विवाह से चूक जाते हैं तो उन्हें करीब पांच माह तक विवाह के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। प्रमुख ज्योतिषियों के अनुसार 31 मई को शुक्र का तारा अस्त होने से 8 जून के बाद विवाह के मुहूर्त होने से विवाह किए जा सकते है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण आखातीज पर स्थगित हुए एक हजार से अधिक वैवाहिक कार्यक्रम की शहनाई अब अनलॉक-वन में हटी कई पांबदियों के कारण जून माह मे गूंज सकती है। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि 29 जून को अबूझ सावा भड़ली नवमी (सुनम) को नौ रेखी सावा है। इसी माह 15 जून और 30 जून को आठ रेखी विवाह के भी मुहूर्त है।