पंचायत समिति क्षेत्र के खारिया अनावास गांव की बुजुर्ग महिला चंपा देवी ने अपने घर में दीनदयाल योजना में बिजली कनेक्शन लेने की फाइल एक वर्ष पूर्व सभी औपचारिकता पूरी कर विद्युत निगम कार्यालय में जमा करवा दी थी। महिला बीपीएल चयनित भी है।
चंपा देवी के सैनिक बेटे जब भी छुट्टियों पर आते हैं, तो विद्युत निगम और प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर लगाते हैं। आरोप है कि उन्हें कनेक्शन नहीं देने का कारण बताने की बजाय फौज में हैं तो क्या हुआ? कह कर कर्मचारी अपनी धौंस जमाने से नहीं चूकते। जबकि इस गांव में अन्य राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ग्रामीणों को नियमों को ताक में रख कर कनेक्शन दे दिए। सैनिक परिवार के पांच आवेदन पत्रों को रद्दी में डाला हुआ है। जब अभियंता से सैनिक परिवार को कनेक्शन नहीं देने का कारण पूछा तो उनका जबाब था कि सैनिकों को कोई प्राथमिकता नहीं दी जाती। बीपीएल में फाइल भेज रखी है।
-लादूराम नायक, सैनिक 7वीं राष्ट्रीय राइफल, भारतीय सेना
-एस के बंसल, सहायक अभियंता, पीपाड़सिटी सैनिकों के साथ उनके परिवार का सम्मान करना और समस्या का त्वरित समाधान सभी का फर्ज है। इस मामले को मैं खुद देखूंगा।
-मदनलाल मेघवाल, मुख्य अभियंता, जोधपुर