इन्होंने कहा
श्वानों को पकडऩे की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होती है। पंचायतों द्वारा इन्हें श्वानों के बाड़ों में कैद किया जाता है। विभाग द्वारा पकडऩे की व्यवस्था नहीं होती है। दशरथसिंह, संयुक्त निदेशक,पशुपालन विभाग जोधपुर।
श्वानों को पकडऩे की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होती है। पंचायतों द्वारा इन्हें श्वानों के बाड़ों में कैद किया जाता है। विभाग द्वारा पकडऩे की व्यवस्था नहीं होती है। दशरथसिंह, संयुक्त निदेशक,पशुपालन विभाग जोधपुर।