डिगाड़ी के ओम नगर निवासी सवाई सिंह की ढाई वर्ष की बेटी स्वरूप कंवर अपने घर के बाहर बड़ी बहन हनीप्रिया के साथ खेल रही थी। उसकी मां लक्ष्मी के घर के अंदर काम कर रही थी। तभी अचानक एक कुत्ते ने हमला कर दिया और स्वरूप कंवर को घसीट ले गया। गनीमत रही कि उसकी पांच साल की बहन बच गई। आस-पास के लोगों ने उसे छुड़ाया और अस्पताल पहुंचाया। बच्ची के पिता सवाई सिंह खुद भी बीमारी से ग्रसित हैं। वे मजदूरी करते हैं।
परिवार के लोगों ने बताया कि वहां कुत्ते पहले भी तीन-चार बार लोगों पर हमला कर चुके हैं। एक व्यक्ति ने इसे पाला हुआ भी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दो महीने पहले बनाड़ क्षेत्र के केंट स्टेशन के समीप दो स्कूली बच्चे एक पालतू कुत्ते के डर से जान बचाने के लिए भागे और रेलवे पटरियों पर दौड़ने लगे। तभी मालगाड़ी की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई थी।
सवाई सिंह खुद बीमार रहते हैं और बमुश्किल मजदूरी पर जा पाते हैं। उनके चार बेटियां हैं। इनमें से दो बेटियां संभली ट्रस्ट की मदद से हॉस्टल में रहती हैं और वहीं पढ़ाई कर रही हैं। इसके अलावा दो बेटियां उसके पास रहती हैं। उसकी पत्नी लक्ष्मी भी छोटा-मोटा काम कर घर चलाने में मदद करती है। अब बच्ची के साथ हुए इस हादसे में उपचार में बड़ा खर्च आएगा, ऐसे में परिवार पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है।