चार प्रमुख ग्रहों की युति लाएगी सभी के लिए शुभता
इस बार दिवाली पर तुला राशि में सूर्य मौजूद रहेगा, जो 17 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे प्रवेश कर 16 नवंबर तक रहेगा। सूर्य ग्रहों का राजा है। इसके कारण ये हर किसी के लिए शुभता लेकर आएगा। तुला राशि में बुध ग्रह भी रहेगा। यह 2 नवंबर की सुबह 9.53 मिनट पर तुला राशि में गोचर करेंगे। मार्गी अवस्था में गोचर करते हुए ये 21 नवंबर की सुबह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ज्योतिष अनीष व्यास के अनुसार बुध ग्रहों के राजकुमार हैं, जिसके कारण धन लाभ और व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी। तुला राशि में मंगल ग्रह भी प्रवेश कर रहा है। यह ग्रह तुला राशि में 22 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक रहेगा। मंगल ग्रहों का सेनापति है। तुला राशि में चंद्रमा भी प्रवेश कर रहा है। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। वहीं सूर्य को पिता और चंद्रमा को माता का कारक माना जाता है। अमावस्या तिथि 4 नवंबर को सुबह 6.03 मिनट से 5 नवंबर की सुबह 2.44 मिनट तक होगी।
इस बार दिवाली पर तुला राशि में सूर्य मौजूद रहेगा, जो 17 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे प्रवेश कर 16 नवंबर तक रहेगा। सूर्य ग्रहों का राजा है। इसके कारण ये हर किसी के लिए शुभता लेकर आएगा। तुला राशि में बुध ग्रह भी रहेगा। यह 2 नवंबर की सुबह 9.53 मिनट पर तुला राशि में गोचर करेंगे। मार्गी अवस्था में गोचर करते हुए ये 21 नवंबर की सुबह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ज्योतिष अनीष व्यास के अनुसार बुध ग्रहों के राजकुमार हैं, जिसके कारण धन लाभ और व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी। तुला राशि में मंगल ग्रह भी प्रवेश कर रहा है। यह ग्रह तुला राशि में 22 अक्टूबर से 5 दिसंबर तक रहेगा। मंगल ग्रहों का सेनापति है। तुला राशि में चंद्रमा भी प्रवेश कर रहा है। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। वहीं सूर्य को पिता और चंद्रमा को माता का कारक माना जाता है। अमावस्या तिथि 4 नवंबर को सुबह 6.03 मिनट से 5 नवंबर की सुबह 2.44 मिनट तक होगी।