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सेवा भाव: कोरोना मरीज को अपनी गाड़ी से दिल्ली तक छोडऩे गए

- कोरोना पॉजिटिव मरीजों की देवदूत बन कर रहे सेवा - निशुल्क एम्बुलेंस व अन्य सहायता करा रहे उपलब्ध

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जोधपुर

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Amit Dave

May 07, 2021

सेवा भाव: कोरोना मरीज को अपनी गाड़ी से दिल्ली तक छोडऩे गए

सेवा भाव: कोरोना मरीज को अपनी गाड़ी से दिल्ली तक छोडऩे गए

जोधपुर।

वैश्विक कोरोना महामारी में ऐसे अनेक पॉजिटिव मरीज हैं, जिनको समय पर एम्बुलेंस, दवाई, खाना व अन्य सुविधाएं नहीं मिल रही है। ऐसे में समाजसेवक, सामाजिक संस्थाएं, औद्योगिक संगठन आदि हैं, जो कोरोना पीडि़तों की देवदूत बनकर सेवा कर रहे हैं। इन्हीं में है अक्षय ओझा, जो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की निशुल्क सेवा कर रहे है। हाल ही में, दिल्ली निवासी एक व्यक्ति की गंभीर स्थिति होने पर उसको दिल्ली लेकर गए, उसे क्लिीनिक पहुंचाया और उनके परिजन आने पर उनको सुपुर्द किया। अब वह मरीज ठीक है।

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100 किमी दूर गांवों तक जाते है मरीजों की सेवा के लिए

अक्षय मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को अपने वाहन से निशुल्क अस्पताल लाने, उन्हें घर पहुंचाने, उनके दवाओं, खाने व अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहे है। अक्षय जोधपुर के आसपास करीब 100 किमी तक गांवों से कॉल आने पर मरीजों को लाते जाते है। इसमें वह एक पैसा भी नहीं लेते, यहां तक कि टोल शुल्क भी खुद ही देते है। अक्षय अब तक करीब 50 मरीजों की निशुल्क सेवा कर चुके है । अक्षय ने अपनी तीन गाडिय़ां कोरोना मरीजों की निशुल्क सेवा के लिए लगाई है।

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वर्तमान हालात देख आए आगे

अक्षय कोरोना मरीजों से एम्बुलेंस के मनमाने पैसे, मरीजों को समय पर ईलाज, दवा, खाना आदि उपलब्ध नहीं होने के मामले देख मानव सेवा के लिए आगे आए। कोरोना मरीजों को लाने-ले जाने में पूरी सावधानी बरत रहे है। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार गाड़ी को तैयार कराया, गाड़ी को रोज सेनेटाइज करते है। अक्षय ने बताया कि वे कोरोना पीडि़तों की निशुल्क सेवा जारी रखेंगे।