– स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाएगा, लेकिन उन्हें अंकतालिका नहीं मिलेगी। द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष की परीक्षा देने के बाद उनके औसत अंकों के आधार पर प्रथम वर्ष की अंकतालिका स्नातक पूरी होने के बाद दी जाएगी।
– स्नातक तृतीय वर्ष पर कोई निर्णय नहीं। – स्नातकोत्तर में सेमेस्टर सिस्टम है। द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों को प्रथम सेमेस्टर के औसत अंक देकर तृतीय सेमेस्टर में प्रमोट किया जाएगा।
– स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर पर कोई निर्णय नहीं।
– अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षण संस्थान (एआइसीटीई) ने इंजीनियङ्क्षरग की परीक्षाएं करवाने को कहा है। एेसे में एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने पर सहमति हुई।
– बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने विधि के छात्रों की परीक्षाएं लेने को कहा है। एेसे में एलएलबी और एलएलएम की परीक्षाएं करवाई जा सकती है।
– राज्य सरकार ने स्नातक प्रथम वर्ष मे १०वीं और १२वीं के अंकों के आधार पर अंक देकर प्रमोट करने को कहा था ताकि पूरे प्रदेश में एकरुपता बनी रही लेकिन जेएनवीयू स्नातक खत्म होने पर प्रथम वर्ष के अंकों की गणना करेगा।
लॉकडाउन के दौरान जेएनवीयू में १०० से अधिक शोधार्थियों ने अपने थीसिस जमा करवा दी है। अब उन्हें मौखिक परीक्षा का इंतजार है जो बाहरी परीक्षक लेते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश बाहरी वीक्षक मना कर रहे हैं। एेसे में अब ऑनलाइन माध्यम से ही मौखिक परीक्षा लेने का निर्णय किया गया है ताकि पीएचडी डिग्री नहीं रुके।