scriptथानेदारों के फर्जी परिचय पत्र से तस्करी, इनामी तस्कर गिरफ्तार | Smuggling with fake ID cards of policemen, prize smugglers arrested | Patrika News

थानेदारों के फर्जी परिचय पत्र से तस्करी, इनामी तस्कर गिरफ्तार

locationजोधपुरPublished: Jun 24, 2021 02:08:30 pm

– पुलिस व अन्य विभागों के कई फर्जी परचिय पत्र जब्त, चार साल से था फरार

थानेदारों के फर्जी परिचय पत्र से तस्करी, इनामी तस्कर गिरफ्तार

थानेदारों के फर्जी परिचय पत्र से तस्करी, इनामी तस्कर गिरफ्तार

जोधपुर. मादक पदार्थ तस्करी के मामले में चार साल से फरार पांच हजार रुपए के इनामी बदमाश को डांगियवास थाना पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया। उससे पुलिस व अन्य सरकारी अधिकारियों के कई फर्जी परिचय पत्र और फर्जी दस्तावेज से प्राप्त सिमें जब्त की गईं हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त (मण्डोर) राजेन्द्र प्रसाद दिवाकर ने बताया कि बाड़मेर जिले में कल्याणपुर थानान्तर्गत डोली कला निवासी दिनेश बाबल मादक पदार्थ तस्करी के मामले में चार साल से फरार था। उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित है। पाली में सदर थानाधिकारी सुरेश चौधरी, जैसलमेर में उप निरीक्षक सुनीत ताडा व भीलवाड़ा पुलिस में उप निरीक्षक सुरजीत ठोलिया और डीएसटी (पूर्व) को दिनेश बाबल के बिना नम्बर की कार में शिकारगढ़ से जालेली फौजदार फांटा से झालामण्ड होकर बाड़मेर की तरफ जाने की सूचना मिली। डांगियावास थानाधिकारी कन्हैयालाल ने जालेली फौजदार फांटा पर नाकाबंदी कर बिना नम्बर की कार रुकवाई। उसमें सवार डोली कला निवासी दिनेश बाबल पुत्र बाबूलाल बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया। तलाशी लेने पर उसके पास पुलिस में कई उप निरीक्षकों व अन्य सरकारी अधिकारियों के नाम वाले फर्जी पहचान पत्र और फर्जी दस्तावेज से प्राप्त कई सिमें जब्त की गईं। साथ ही फर्जी आधार कार्ड, वोटर आइडी कार्ड, लाइसेंस, आभूषण व चालीस हजार रुपए भी जब्त किए गए।
टोल बचाने व तस्करी के लिए बनाए फर्जी परिचय पत्र
थानाधिकारी कन्हैयालाल ने बताया कि आरोपी मादक पदार्थ का शातिर तस्कर है। तस्करी के दौरान रोकने पर वह पुलिस व अन्य सरकारी महकमों के फर्जी परिचय पत्र दिखाकर निकल जाता था। वहीं, टोल टैक्स बचाने के लिए भी फर्जी आइ कार्ड की मदद लेता था।
पुलिस पर फायरिंग कर हो चुका है फरार
वर्ष २०१६ में सेल्स टैक्स विभाग ने जांच के दौरान एक ट्रक रोकने का इशारा किया था, लेकिन चालक ट्रक भगाने लगा था। फिर वह ट्रक लावारिस छोड़ भाग गया था। जिसमें से अफीम का १०.९ किलो दूध जब्त किया गया था। एक साल बाद डोली निवासी सुरेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया था। जो जेल में है। जबकि दिनेश फरार था। वर्ष २०१८ में उसने डोडा पोस्त तस्करी के दौरान चित्तौडग़ढ़ जिले में पुलिस स्टेशन निम्हेड़ा सदर पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी। फायर करने के बाद वह डोडा पोस्त से भरी गाड़ी छोड़कर भाग गया था।
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