
JNVU : सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाना विधि संकाय अध्यक्ष को यूं पड़ा भारी, अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
- विधि संकाय के 1.50 लाख रुपए जमा है विवि के खाते में
- कुलपति सोमवार को आएंगे विवि, छात्रसंघ अध्यक्ष के लिए 14 कर्मचारी लगाने को लेकर करेंगे निर्णय
जोधपुर. विवि छात्रसंघ अध्यक्ष को 14 कर्मचारी उपलब्ध करवा हर महीने एक लाख रुपए उड़ाने वाले जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने विधि संकाय अध्यक्ष को रुलाकर छोड़ दिया। विधि संकाय अध्यक्ष अनिल विश्नोई ने विवि के भरोसे संकाय में दिसम्बर में 4 दिन का सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाया था। विधि संकाय छात्रसंघ फण्ड में 1.50 लाख रुपए जमा है। कार्यक्रम में 2.64 लाख खर्च हुए। छात्रसंघ फण्ड के 1.50 रुपए लेने पहुंचे अनिल को विवि ने सैकड़ों नियम बता दिए। पिछले 4 महीनों से वह विवि के कुलपति व रजिस्ट्रार के चक्कर लगा रहा है। विवि ने अनिल को एक फूटी कौड़ी तक नहीं दी है। थक हारकर अनिल ने अब हाईकोर्ट में रिट लगाई है। इस रिट पर संभवत: सोमवार को सुनवाई है।
यह है मामला
विवि में शैक्षणिक सत्र 2017-18 में नए पैटर्न से चुनाव हुए। इसमें एपेक्स के चार पदों के अलावा केवल केएन कॉलेज व सायंकालीन अध्ययन संस्थान से ही अध्यक्ष चुने गए। विधि संकाय में एलएलएम प्रथम सेमेस्टर के अनिल विश्नोई को अध्यक्ष बनाया गया। अनिल ने 21 दिसम्बर 2017 से चार दिवसीय कार्यक्रम करवाया। कार्यक्रम पर 2.64 लाख खर्च हुए। अनिल का कहना है कि उसने पूर्व कुलपति डॉ. आरपी सिंह की मौखिक अनुमति से कार्यक्रम करवा दिया और संकाय अधिष्ठाता प्रो. चंदनबाला से कार्यक्रम का एक पत्र भी फॉरवर्ड करवाया। विधि संकाय में 2998 विद्यार्थी हैं। विवि ने प्रत्येक छात्र से संकाय छात्रसंघ फण्ड कोष के लिए 50 रुपए लिए। ऐसे में विधि संकाय छात्रसंघ फण्ड में 1 लाख 49 हजार 900 रुपए पड़े हैं। संकाय अध्यक्ष ने इस फण्ड को लेने के लिए क्लेम किया, लेकिन विवि ने यह तर्क दिया कि वह निर्वाचित नहीं है, मनोनीत सदस्य है। ऐसे में उसे फण्ड नहीं मिलेगा।
14 कर्मचारियों पर आज निर्णय करेंगे
विवि की ओर से छात्रसंघ अध्यक्ष कांता ग्वाला को दिए गए 14 कर्मचारियों के मामले में सोमवार को विवि के कार्यवाहक कुलपति डॉ. राधेश्याम शर्मा फैसला करेंगे। विवि ने एक अक्टूबर 2017 से ग्वाला व उनके कार्यालय के लिए 6 सिक्योरिटी गार्ड, दो चपरासी, दो उच्च कुशल कर्मचारी, दो कुशल कर्मचारी व दो लिपिक सहित 14 कर्मचारी लगा रखे हैं और हर महीने इन पर एक लाख रुपए खर्च हो रहा है। पिछले छात्रसंघ अध्यक्ष के कार्यकाल में भी यही व्यवस्था थी। कुलपति इन 14 कर्मचारियों की नियुक्ति रद्द करने के साथ पैसे की रिकवरी का निर्णय दे सकते हैं। सितम्बर से लेकर अब तक इन कर्मचारियों की तनख्वाह के रूप में विवि को 8 लाख रुपए का चूना लग चुका है। इस मामले में एसीबी को भी शिकायत की गई है।
उधार लेकर कार्यक्रम करवाया
मैंने तत्कालीन कुलपति डॉ. आरपी सिंह की मौखिक स्वीकृति से कार्यक्रम करवाया। इसमें 2.64 लाख खर्च हुए। अब तक उधारी है। विवि एक धेला भी नहीं दे रहा है। उल्टा संकाय अधिष्ठाता ने मेरे संकाय का पैसा छात्रसंघ अध्यक्ष को देने के आदेश जारी कर दिए।
अनिल, अध्यक्ष, विधि संकाय, जेएनवीयू जोधपुर
मेरे पास पैसा नहीं आया
संकाय में छात्रसंघ फण्ड का एक धेला भी नहीं आया। मैं कहां से दूं।
प्रो. चंदनबाला, डीन, विधि संकाय, जेएनवीयू जोधपुर
कोई भी बिल सत्यापित नहीं कर रहा
अनिल ने फैकल्टी एडवाइजर की बगैर अनुमति के कार्यक्रम करवाया। अब बिल कोई सत्यापित नहीं कर रहा है। बगैर बिल सत्यापन के पैसा कहां से देंगे।
प्रो. प्रदीपकुमार शर्मा, कार्यवाहक रजिस्ट्रार, जेएनवीयू जोधपुर
हम तीनों को एक पैसा भी नहीं मिला
छात्रसंघ अध्यक्ष को विवि ने छात्रसंघ फण्ड के लाखों रुपए दे दिए, लेकिन एपेक्स के तीनों पदों को एक पैसा भी नहंी मिला है। हम छात्रसंघ अध्यक्ष के करवाए गए कार्यक्रम का हिस्सा भी नहीं थे। हम कार्यक्रम एक जुलाई को करवा रहे हैं।
हुकमाराम मेघवाल, छात्रसंघ उपाध्यक्ष, जेएनवीयू जोधपुर
Published on:
18 Jun 2018 01:49 pm
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