इस बात की जानकारी मिलने पर लवेरा कलां के पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश शुरु की। साथ ही उनकी मांग को विभाग के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का भी आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक नहीं सुनी और शिक्षकों की नियुक्ति पर ही धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। जिसके बाद दोपहर में ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी बावड़ी पूनम सोनी भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से मिलकर उनकी बात सुनी। साथ ही वहीं से दूरभाष पर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक से बात करने के बाद ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए बताया कि गुरुवार तक तीन-चार अस्थाई विषय अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएगी। लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीण नहीं माने और उन्होंने कहा कि गुरुवार को जब अस्थाई तौर पर लगाए जाने वाले शिक्षक विभागीय आदेश लेकर विद्यालय पहुंचेंगे, तभी विद्यालय का ताला खोला जाएगा और वे अपना धरना समाप्त करेंगे। साथ ही ग्रामीणों ने यह चेतावनी भी दी कि यदि गुरुवार को अस्थाई रूप से शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई तो शुक्रवार से ग्रामीण भूख हड़ताल भी शुरू करेंगे।
कार्यकर्ता अर्जुनराम खदाव ने बताया कि कजनाऊ खुर्द के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय को इसी शिक्षा सत्र से माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया था और विद्यालय में प्रधानाध्यापक समेत कुल १३ पद स्वीकृत किए गए थे। लेकिन विद्यालय क्रमोन्नति के बाद यहां पूर्व में लगे प्राथमिक स्तर के कई शिक्षकों का भी अन्यत्र स्थानांतरण कर दिया गया और एक भी नए शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो पाई। ऐसे में वर्तमान में यहां १३ की जगह मात्र ३ शिक्षक ही कार्यरत हैं। इनमें से एक शिक्षक को प्रधानाध्यापक का कार्यभार संभालना पड़ता है और पूरा समय विभागीय डाक तैयार करने एवं एक शिक्षक को सुबह दूध वितरण से पोषाहार वितरण में ही लगा रहना पड़ता है। जिसके चलते विद्यालय के करीब डेढ़ सौ छात्र-छात्राओं की पढ़ाई की व्यवस्थित तरीके से शुरु नहीं हो पाई है।