इस दौरान उन्होंने देखा कि एक ही भवन में चल रहे निष्ठा शिविर से विद्यालय भवन छोटा पडऩे लग गया है। इसमें एक ही कक्ष में दो-दो कक्षाओं की छात्राएं परीक्षा दे रही थी। इस पर सांखला ने आयोजकों से कहा कि जब विद्यालय में पर्याप्त स्थान नहीं है तो उन्होंने निष्ठा शिविर यहां क्यों करने का निर्णय किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे भविष्य में छात्राओं के भविष्य के खिलवाड़ करते हुए ऐसे आयोजन न करें। इस दौरान उन्होंने एसीबीईओ को आगामी दिनों भवन परिवर्तन करने के निर्देश भी दिए। इस पर एसीबीईओ ने उन्हें आश्वस्त किया कि अन्य भवन उपलब्ध होते ही शिविर वहां करने की व्यवस्था कर जाएगी।
उल्लेखनीय है सात चरणों में चलने वाला यह निष्ठा शिविर ७ जनवरी तक चलेगा। इस शिविर अवधि में बालिकाओं को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है और उनका अध्ययन भी बाधित हो रहा है।