एफआर लगाने की एवज में मांग रहा था डेढ़ लाख रुपएपरिवादी की पुत्रवधू ने 28 मई को बिलाड़ा थाने में पति व ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज के लिए तंग व प्रताडि़त करने का मामला दर्ज कराया था। जो जांच के लिए महिला थाना (ग्रामीण) में भेज दिया गया था। एसआइ गिरधारीलाल को जांच सौंपी गई थी। इस बीच, दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। इस संबंध में कोर्ट में बयान भी हो गए थे। इसके बावजूद एफआइआर में एफआर लगाने की एवज में एसआइ गिरधारीलाल ने डेढ़ लाख रुपए मांगे थे। महिला के ससुर ने एसीबी की ग्रामीण चौकी में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। 11 जून को गोपनीय सत्यापन कराया गया तो एक लाख रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। परिवादी के आग्रह पर एसआइ गिरधारीलाल एक लाख रुपए लेने पर सहमत हुआ था।
थाना परिसर में ली घूसएसीबी ने सोमवार को ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई। परिवादी को रिश्वत राशि देने के लिए दईजर की पुलिस लाइन परिसर िस्थत महिला थाना (ग्रामीण) में बुलाया गया, जहां परिवादी ने एसआइ को एक लाख रुपए दिए। तभी एसीबी ने दबिश देकर एसआइ गिरधारीलाल को रिश्वत लेने पर पकड़ लिया।