वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता ने भी मौके पर पहुंचकर ठेकेदार को सडक़ निर्माण में अच्छी गुणवत्ता के निर्माण सामग्री काम में लेने एवं मानकों के अनुसार सडक़ निर्माण करवाने की सख्त हिदायत दी। जिसके बाद ही ग्रामीण शांत हुए।
क्षेत्र के आसोप कस्बे से निकलकर गारासनी गांव की ओर जाने वाली सडक़ पिछले लंबे समय से क्षतिग्रस्त एवं खस्ताहाल बनी हुई थी। इस संबंध में राजस्थान पत्रिका ने भी मुद्दा उठाया और ग्रामीणों ने भी सडक़ बनाने की मांग की थी। जिस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने करीब 5-7 दिन पहले ही इस सडक़ के नवीनीकरण का काम शुरू किया था। लेकिन ठेकेदार की मनमानी से सडक़ नवीनीकरण में घटिया सामग्री का उपयोग किए जाने से सडक़ बेहद कम गुणवत्ता वाली बनवाई जा रही थी।
हालात यह थे कि आगे-आगे सडक़ निर्माण का काम चल रहा था और पीछे-पीछे सडक़ अभी से ही उखडऩे लग गई थी। ऐसे में शुक्रवार को गारासनी गांव के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और यहां के लोगों ने युवक कांग्रेस के पाली लोकसभा महासचिव महिपाल जाखड़ एवं पूर्व सरपंच सत्यनारायण हरिजन की अगुवाई में कार्य स्थल पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। साथ ही इन लोगों ने सडक़ निर्माण का काम भी रुकवा दिया और यह चेतावनी भी दी कि जब तक सडक़ निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग नहीं किया जाएगा, तब तक वे आगे सडक़ का निर्माण नहीं होने देंगे।
इस दौरान मौके पर यूथ कांग्रेस के महिपाल जाखड़ व पूर्व सरपंच सत्यनारायण हरिजन के साथ ही राजेंद्र मेघवाल, भीखाराम गारू, सीताराम जाखड़, रामनिवास गारु, संपूर्णानंद, संजय ताड़ा, भीरमराम मेघवाल, पूनमसिंह, रामकवार गारू सहित दर्जनों ग्रामीण एवं युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।
ठेकेदार को निर्देश दिए है गारासनी से आसोप कस्बे के बीच चल रहे सडक़ के नवीनीकरण के काम में ग्रामीणों ने घटिया निर्माण सामग्री की शिकायत की थी। जिस पर मैंने मौके पर पहुंचकर ठेकेदार को अच्छी गुणवत्ता के साथ सडक़ निर्माण कार्य करवाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। सडक़ निर्माण के काम में किसी भी स्तर पर कोताहि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
– दिनेश वैष्णव, सहायक अभियंता, सानिवि भोपालगढ़