बयानबाजी के बजाय विकास पर हो बात
राजुराम ने कहा चुनाव आते ही बयानों की राजनीति शुरु हो जाती है। इसमें मतदाताओं के मुद्दे गायब हो जाते हैं। वोट पाने के बाद नेताओं की ओर से मतदाताओं की कोई सुध नहीं ली जाती है। ऐसे में इस बार के चुनाव में न धर्म की राजनीति हो न बयान आधारित राजनीति। इस बार मुद्दों पर बात होनी चाहिए। जो भी जनप्रतिनिधि स्थानीय व आमजन से जुड़े मुद्दों पर बात करेगा उसी जनप्रतिनिधि को समर्थन किया जाएगा। चैनाराम ने महंगाई का मुद्दा बताते हुए अपनी बात रखी। चर्चा में शामिल हुए लोगों ने किसान कर्ज माफी, सर्जिकल स्ट्राइक, महिला सुरक्षा, कानून व्यवस्था, राष्ट्रवाद को भी प्रमुख मुद्दा बताया।