इंदिरा गांधी मुख्य नहर में क्लोजर के बाद पानी बचाने की मुहिम चल रही है। खास बात यह है कि मौसम भी इस बार जलदाय विभाग का साथ दे रहा है। पिछले साल की तुलना में पांच डिग्री तापमान कम होने के कारण अब तक घरों में कूलर का उपयोग शुरू नहीं हुआ है। पिछले साल मार्च के अंत तक लोगों के घरों में एसी-कूलर शुरू होने से पानी की खपत भी बढ़ गई थी। इस बार अभी 10-15 दिन तक और कूलर शुरू की संभावना कम ही बताई जा रही है। ऐसे में करीब 70 लाख लीटर पानी कम उपभोग होने की उम्मीद है।
ऐसे बच रहा है पानी एक कूलर का प्रतिदिन पानी का उपभोग करीब 50 लीटर तक होता है। करीब 50 प्रतिशत घरों में कूलर चलते हैं तो प्रतिदिन करीब 70 लाख लीटर तक पानी की खपत होती है। कई घरों में दो या तीन कूलर भी चलते हैं। तापमान जब 40 से 42 के आस-पास जाता है तो घरों में कूलर संचालित हो जाते हैं।
आंकड़ों में बात – 40 डिग्री के आस-पास था पिछले साल मार्च के अंतिम दिनों में अधिकतम तापमान। – 35 डिग्री के आस-पास है इन दिनों अधिकतम तापमान। – 10-15 दिन बाद ही लोगों के घरों में कूलर शुरू होने के आसार
– 50 प्रतिशत क्लोजर का समय तब तक पूरा हो चुका होगा। इनका कहना… मौसम से पानी बचाने में फर्क तो पड़ता ही है। तापमान बढ़ता है तो पानी की खपत भी बढ़ती है। एक परिवार में एक कूलर औसतन 50 लीटर तक पानी प्रतिदिन खपत करता है।
– दिनेश कुमार पेडीवाल, अधीक्षण अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग। —————— क्लोजर के बाद एक अप्रेल को पहली बार नहीं आएगा पानी
इंदिरा गांधी मुख्य नहर में क्लोजर के बाद एक अप्रेल को पहली बार पूरे शहर में 24 घंटे का शटडाउन लिया जा रहा है। सोमवार को पूरे शहर में पानी नहीं आएगा। अधिशासी अभियंता सुनील दत्त हर्ष और मनोज भुवण के अनुसार 31 मार्च रात से ही फिल्टर हाउस में शटडाउन शुरू हो जाएगा। एक अप्रेल को सप्लाई प्रभावित होने के बाद एक को होने वाली सप्लाई दो को और 2 अप्रेल को होने वाली सप्लाई तीन को होगी।