जोधपुर में सात ब्लड बैंक है। डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के अधीन महात्मा गांधी अस्पताल, मथुरादास माथुर अस्पताल और उम्मेद अस्पताल में हर साल 30 से 35 हजार रक्तदान प्राप्त होता है। एम्स जोधपुर के ब्लड बैंक में करीब 7 हजार यूनिट रक्तदाता होता है। इसके अलावा तीन निजी ब्लड बैंक पारस ब्लड बैंक, अम्बिका ब्लड बैंक और रोटरी क्लब के ब्लड बैंक से भी 12 से 15 हजार यूनिट रक्तदान प्राप्त होता है।
हर महीने 20 कैंप, अब गर्मियों में कमी नहीं
शहर में हर महीने करीब बीस रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। आज से तीन चार साल पहले गर्मियों में रक्तदान कम होने से ब्लड बैंक ड्राई होने की कगार पर आ जाते थे लेकिन अब जागरुकता होने से लगातार रक्तदान शिविर आयोजित हो रहे हैं। यहां तक की कोविड के दौरान भी भरपूर रक्तदान हुआ था।
शहर में हर महीने करीब बीस रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। आज से तीन चार साल पहले गर्मियों में रक्तदान कम होने से ब्लड बैंक ड्राई होने की कगार पर आ जाते थे लेकिन अब जागरुकता होने से लगातार रक्तदान शिविर आयोजित हो रहे हैं। यहां तक की कोविड के दौरान भी भरपूर रक्तदान हुआ था।
जोधपुर में किन मरीजों को जरुरत पड़ती है रक्त की - उम्मेद अस्पताल में थैलेसीमिया से पीडि़त 400 से अधिक बच्चे हैं। इन्हें महीने में औसतन दो बार खून चढ़ाया जाता है। उम्मेद अस्पताल के ब्लड बैंक का 60 प्रतिशत रक्त थैलेसीमिया बच्चों को जाता है।
- डायलेसिस मरीजों, कैंसर मरीजों, सीजेरियन डिलिवरी, कार्डियक सर्जरी के मरीजों को जरुरत पड़ती है। - एमडीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में संभाग भर के रोड एक्सीडेंट के मामले आते हैं। ट्रोमा में खपत अधिक होती है।
जोधपुर में रक्तदान
- 80 प्रतिशत रक्त की आपूर्ति होती है रक्तदान से - 45 हजार लोग करते हैं रक्तदान - 55 हजार यूनिट हर साल रक्तदान शहर में - 10 हजार यूनिट रक्तदान उम्मेद अस्पताल में
- 12 हजार यूनिट रक्तदान गांधी अस्पताल में - 13 हजार यूनिट रक्तदान एमडीएम अस्पताल में - 7 हजार यूनिट रक्तदान एम्स में - 15 हजार यूनिट रक्तदान निजी ब्लड बैंकों में
साल में 4 बार कर सकते हैं रक्तदान
- 5 से 6 लीटर तक रक्त होता है मानव शरीर में - 350 मिलीमीटर की होती है एक यूनिट, एक बार में एक यूनिट का रक्तदान
- 5 से 6 लीटर तक रक्त होता है मानव शरीर में - 350 मिलीमीटर की होती है एक यूनिट, एक बार में एक यूनिट का रक्तदान
- 24 घण्टे में रक्त वापस बन जाता है लेकिन आरबीसी बनने में लगते हैं तीन महीने - 4 बार साल में हर व्यक्ति कर सकता है रक्तदान - 18 से 60 वर्ष की आयु के कर सकते हैं रक्तदान
- 45 किलोग्राम से वजन अधिक होना चाहिए इस साल मैक्सिकों होगा मेजबान देश
- नोबल पुरस्कार विजेता कार्ल लैंडस्टीनर ने ब्लड ग्रुप खोजे थे। उनके जन्म दिन 14 जून को हर साल विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- नोबल पुरस्कार विजेता कार्ल लैंडस्टीनर ने ब्लड ग्रुप खोजे थे। उनके जन्म दिन 14 जून को हर साल विश्व रक्तदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- वर्ष 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रक्तदान जागरुकता के लिए इसकी शुरुआत की थी। - इस साल रक्तदाता दिवस की मेजबानी उत्तरी अमरीकी देश मैक्सिको करेगा। - इस साल की थीम रक्तदान एकता का कार्य है, रखी गई है।
ये नहीं कर सकते रक्तदान
- बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिला
- हीमोग्लोबिन 5 प्रतिशत से कम होने पर
- जिनको 12 घण्टे बाद लंबी यात्रा करनी है
- श्वास की बीमारी जैसे लगातार खांसी, जुखाम, गला खराब, या लंबे समय से एंटीबायोटिक ले रहे हो या अस्थमा के मरीज जो स्टीरइड ले रहे हो
- मेजर/ माइनर ऑपरेशन हुआ हो
- एंजाइना, ब्लॉकेज के हार्ट मरीज
- अंत:स्रावी ग्रंथियों के रोगियों से रक्त नहीं लिया जाता
- इंसलुलिन लेने वलो डायबिटीज रोगी, किडनी, पाचन तंत्र के रोगी
किडनी, पाचनतंत्र के रोगी रक्तनदान नहीं कर सकते।
- हेपेटाइटिस, एचआईवी, एड्स, सिफिलिस, टीबी रोगी
- बेहोशी या मिर्गी के रोगी, बीते 3 वर्षो में पीलिया हुआ हो
- व्यक्ति जो एस्प्रीन, एन्टीथायरॉइड, एन्टीबायोटिक, स्टीरइड ले रहे हो
रक्तदान करने के फायदे
- एक यूनिट रक्तदान से शरीर से 650 कैलोरीज कम होती है।
- आयरन की मात्रा को बैलेंस करने से लीवर स्वस्थ रहता है व कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- रक्तदान से शरीर में एनर्जी आती है। दान के बाद नई रक्त कोशिकाएं बनती है।
- रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता। इससे खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक की संभावनाएं कम होती है।
अब रक्तदान में काफी जागरुकता आई है। गर्मियों में भी अब रक्त की कमी नहीं होती है। महिलाओं में जागरुकता की थोड़ी अभी कमी है।
- डॉ मंजू बोहरा, एचओडी, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन, डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज
जीवन में एक बार किसी अपने को रक्त की कमी से जूझते हुए देखा था तब से ही यह निर्णय कर लिया कि अब खून की कमी से किसी की जान नहीं जाएगी।
- रजत गौड़, लाल बूंद जिंदगी रक्षक सेवा संस्थान