मूलत: नवचौकिया निवासी मूथा का कहना है कि मुंबई व दिल्ली के यू-ट्यूब्र्स अपनी लोकल भाषा और कंटेट पर काम कर हिट हो रहे हैं। इसपर उसे भी मारवाड़ी को ही अपनाने का आइडिया आया। इससे लोकल ऑडियंस जल्दी कनेक्ट होने लगी। उसने बताया कि कंटेंट का समसामयिक होना अधिक महत्वपूर्ण हैं। वह अपने वीडियो की स्क्रिप्ट, शूटिंग, एक्टिंग और एडिटिंग अपने स्तर पर ही कर रहा है। 50 से अधिक वीडियोज बनाए हैं जो सोशल इश्यूज पर आधारित हैं। यू-ट्यूब पर 14 हजार सब्सक्राइब्र्स हैं और 10 लाख लोग उसके वीडियोज देख चुके हैं।
सोशल कंटेंट में ह्यूमर का प्रयोग कर रहे प्रतीक ने बताया कि अपने वीडियोज में दासा का कैरेक्टर उसके अपने दादाजी पर आधारित है। उसने बताया कि जैसे उसके दादा बातें किया करते थे उसने उन्हीं को कॉपी किया है और आज दादा का कैरेक्टर लोगों के बीच टॉकिंग पॉइंट है। वहीं मदर्स डे पर अपनी माता शोभा मूथा के साथ बनाया वीडियो भी खासा लोकप्रिय रहा। इसी तरह वह अपने आसपास के लोगों को देख कर ही कैरेक्टर्स बिल्ड करता है। प्रतीक का मानना है कि कड़ी मेहनत से ही सफलता अर्जित की जा सकती है।