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बैठक के दौरान बिजली गुल हो जाने से मचा हड़कंप, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या पसीने से तर-बतर

दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे कानपुर, सर्किटहाउस में अधिकारियों के साथ की बैठक, विकास कार्यो का मांगा ब्योरा

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बैठक के दौरान बिजली गुल हो जाने से मच गया हड़कंप, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या पसीने से तर-बतर

कानपुर। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या दो दिवसीय दौरे के लिए कानपुर पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले सर्किट हाउस में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। वो जिले के अधिकारियों से कानून-व्यवस्था सहित अन्य विकास कार्यो की जानकारी ले रहे थे, तभी बिजली गुल हो गई। कमरे में अंधरा छाने के साथ ही डिप्टी सीएम पसीने से तर-बतर हो गए तो अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में जगलेटर को चालू कराया गया। करीब दस मिनट तक बिना लाईट के वो अधिकारियों के साथ चर्चा करते रहे और पसीने को अपने रूमाल के जरिए पोछते रहे।

रूमाल से पोछना पड़ा पसीना
कई माह के बाद कानपुर के प्रभारी मंत्री व प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या कानपुर पहुंचे। उन्होंने जिले के सभी अलाधिकारियों को सर्किटहाउस में तलब कर लिया। पुलिस-प्रशासन के सभी अफसर समय से सर्किटहाउस पहुंच गए। इस दौरान डिप्टी सीएम ने सड़क निर्माण, पेयजल, गंगा सफाई, राशन, कानून व्यवस्था, अनुष्यमान के साथ ही अनेक योजनाओं के बारे में जानकारी ली। डीएम विजय विश्वास पंत आंकड़ों के साथ उन्हें योजनाओं के बारे में बता रहे थे, तभी बिजली गुल हो गई और पूरे परिसर में हड़कंप मच गया। डीएम ने तत्काल कर्मचारियों को जनरेटर चालू कराने का निर्देश दिया। तभी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने उन्हें बैठ जाने को कहा और कार्यो का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने को कहा। करीब दस मिनट तक अंधेरे में बैठक चली। इस दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या अपना पसीना रूमाल से पोछते रहे।

एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे अफसर
डिप्टी सीएम ने बैठक के दौरान एक्सप्रेस-वे, स्टेट हाई-वे सहित प्रमुख मार्गों से पांच किलोमीटर दूरी तक के गांव पक्की सड़कों से जोड़े जाने के बारे में पूछा तो पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। निर्देश देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार का प्रयास अधिक से अधिक गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़कर सुगम यातायात मुहैया करवाना है। उन्होंने सभी विभागों की सड़कों की रोड डायरेक्ट्री तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इसमें सड़कों को विधानसभा क्षेत्र के नाम से भी दर्शाया जाए। डिप्टी सीएम ने सड़क निर्माण की नई तकनीक पर हुई कार्यशाला में आए सुझावों को अमल में लाने को कहा। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे से बढ़ रहे प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक कचरे का अधिक से अधिक उपयोग नई तकनीक से सड़कों बनाने में किया जाए।
राजस्व गांवों को सड़क के जरिए जोड़ें
डिप्टी सीएम ने कहा कि जिन-जिन गांवों में अभी सड़क निर्माण अधूरा पड़ा है, उसे अक्टूबर तक पूरा कर लें। इसके अलावा तहसील मुख्यालयों को दो लेन सम्पर्क मार्ग से जोड़ने का काम भी इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने को कहा। साथ ही 2001 की जनगणना के आधार पर 250 से अधिक आबादी के सभी राजस्व गांवों को लेपित सम्पर्क मार्ग से जोड़ने के काम में तेजी लाने को कहा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या बैठक के दौरान कई सवाल अधिकारियों से किए, पर संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर नराजकी व्यक्त करते हुए कहा कि इमानदारी पूर्वक काम करें। यदि काम नहीं करना चाहते हैं तो घर में बैठ जाएं। सारी सरकारी योजनाएं इसी वर्ष तक पूरी कर लें। बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करें।