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कानपुर

यूपी पुलिस का कारनामा, एसीपी की जांच में खुलासा, चौकी इंचार्ज, कांस्टेबल निलंबित

कानपुर में पुलिस का दागदार चेहरा सामने आया। जब चौकी इंचार्ज ने सिपाही और एक अपराधी के साथ मिलकर शिक्षक को टारगेट किया। शिक्षक की शिकायत पर हुई जांच में यह खुलासा हुआ है।

कानपुरJan 31, 2024 / 09:12 am

Narendra Awasthi

चौकी इंचार्ज, कांस्टेबल निलंबित

पुलिस उपायुक्त सेंट्रल प्रमोद कुमार

उत्तर प्रदेश के कानपुर में यूपी पुलिस के दरोगा और कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया। कारण जानकर आप चौंक जाएंगे। निलंबित दरोगा ट्यूशन पढ़ाने वाले एक शिक्षक को जबरदस्ती पकड़ कर थाना ले आए और बताया कि स्कूटी में चरस मिला है। छोड़ने के लिए 2 लख रुपए की मांग की। सौदा डेढ़ लाख रुपए में तय हुआ। शिक्षक ने किसी प्रकार पैसे का इंतजाम कर दरोगा को दिया। इस संबंध में उन्होंने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। एसीपी की जांच में दरोगा और कांस्टेबल दोषी पाए गए। पुलिस उपायुक्त सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि दरोगा और कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।‌

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डिप्टी पड़ाव निवासी नितिन त्रिपाठी कोचिंग करके अपना जीवन यापन कर रहा है। बीते 23 जनवरी को कोचिंग पढ़कर वह घर आया। इसी बीच पड़ोस में रहने वाले वासु सोनकर उसकी स्कूटी मांग ले गया। थोड़ी देर बाद वह वापस आया और नितिन को मोतीझील चलने के लिए कहा। जहां पर वासु सोनकर बहाना बनाकर चला गया।

रानी घाट चौकी इंचार्ज कार से आए

नितिन त्रिपाठी ने बताया कि थोड़ी देर बाद कोहना थाना रानी घाट चौकी इंचार्ज कपिल यादव और सिपाही राहुल वर्मा कर से आए। वासु सोनकर भी उनके साथ था। उसे जबरन कार में बैठकर बताया कि तुम्हारी स्कूटी में आधा किलो चरस है।

चौकी इंचार्ज ने वासु के साथ षड्यंत्र रचा

नितिन के अनुसार अपराधी प्रवृत्ति का वासु सोनकर ने षड्यंत्र में रच कर उसे फंसाया गया। चौकी इंचार्ज कपिल यादव कहने लगे 2 लाख रुपए दो। आरोप से मुक्त कर देंगे। दोनों के बीच 1.5 लख रुपए में बात पक्की हुई। रुपए लेने के बाद चौकी इंचार्ज ने नितिन त्रिपाठी को जाने दिया। जिसकी शिकायत नितिन त्रिपाठी ने पुलिस कमिश्नर ऑफिस में की।

क्या कहते हैं पुलिस उपायुक्त सेंट्रल?

पुलिस उपायुक्त सेंट्रल ने बताया कि नितिन त्रिपाठी ने शिकायती पत्र देख बताया था कि चौकी प्रभारी रानी घाट उप निरीक्षक कपिल कुमार और कांस्टेबल राहुल वर्मा ने फर्जी आरोप लगाकर पैसे की वसूली की। जिसकी जांच एसीपी करनलगंज को दी गई।‌ पूछताछ और सर्विलांस से मिली जानकारी के आधार पर चौकी प्रभारी कपिल कुमार और कांस्टेबल दोषी पाए गए। दोनों ने ही अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर शिक्षक को पकड़ा था। जांच रिपोर्ट के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। आगे की जांच एसीपी अनवरगंज को दी गई है। आशु सोनकर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। ‌

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