
Hi-Tech Anganwadi Facilities: निजी स्कूलों की तर्ज पर अब जिले में चयनित आंगनबाड़ी केन्द्रों को आरओ वाटर, एलईडी, पेन ड्राइव व वाई-फाई जैसी सुविधाओं से हाईटेक बनाया जा रहा है। साथ ही बच्चों को ताजा व हरी पौष्टिक सब्जियां मिले, इसके लिए सरकारी भवनों में संचालित इन केन्द्रों पर पोषण वाटिका भी विकसित की जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केन्द्रों को सक्षम आंगनबाड़ी केन्द्रों में विकसित करने के लिए राज्य के करौली, बारां और धौलपुर तीन आकांक्षी जिलों का चयन किया गया। करौली जिले में चयनित 5 आंगनबाड़ी केन्द्रों के प्रस्ताव दिसंबर 2023 में भेजे गए।
इनमें दो केन्द्रों पर पोषण वाटिका विकसित की जा रही है, वहीं सभी केन्द्रों पर एलईडी आना शेष है। तीन केन्द्रों पर पोषण वाटिका विकसित कर ली गई है। आईसीडीएस के उप निदेशक जगदीश प्रसाद मीणा ने बताया कि चयनित केन्द्रों पर बाल चित्रकारी (बाल पेंटिंग) कराई गई है, जिससे बच्चे चित्रकारी के जरिए सीख सकेंगे। वहीं बच्चों की पढ़ाई व मनोरंजन के लिए पेन ड्राइव व वाई-फाई की सुविधा के साथ शुद्ध पेयजल के लिए वाटर प्यूरीफाई भी लगाया गया है। एलईडी निदेशालय से कुछ दिनों में प्राप्त होगी।
उन्होंने बताया कि चयनित आंगनबाडी केन्द्र असरो (टोड़ाभीम), बहादरपुर प्रथम (मण्डरायल), मनाखुर (मण्डरायल), डिकोली कलां (सपोटरा) तथा आंगनबाड़ी केन्द्र जीरना (नादौती) में से मण्डरायल क्षेत्र में पथरीली जमीन होने के कारण पोषण वाटिका को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। वहीं अन्य केन्द्रों पर एलईडी के अतिरिक्त अन्य सुविधाएं व संसाधनों की आपूर्ति हो चुकी है।
Updated on:
10 Apr 2025 03:19 pm
Published on:
10 Apr 2025 03:18 pm
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