गौरतलब है कि दो दिन पहले इलाके में भारी बारिश के चलते पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। जिसके चलते पुलिया में लगाई गई गिट्टियां उखड़ गई। ऐसे में आवागमन बाधित हो गया। यह मार्ग परीता से आगे सवाईमाधोपुर जिले के वजीरपुर कस्बे तक पहुंचता है।
इस मार्ग के दर्जनों गांवों के लोगों का प्रतिदिन करौली जिला मुख्यालय पर आना-जाना रहता है। वहीं इस इलाके से बड़ी संख्या में दूधिए भी करौली शहर में दूध लेकर आते हैं, लेकिन अब तीन दिन से उनके समक्ष मुश्किल हो गई है। एसे में अनेक लोग तो रास्ता बदलकर 10-12 किलोमीटर तक फेर लगाकर आने-जाने को मजबूर हो रहे हैं।
कीरतपुरा गांव के विजय चतुर्वेदी ने बताया कि पुलिया के क्षतिग्रस्त होने से आवागमन बाधित हो गया है। इससे परेशानी हो रही है। दूसरे रास्ते से फेर लगाकर 10-12 किलोमीटर का चक्कर लगाकर आना-जाना पड़ रहा है। सायपुर निवासी रामस्वरूप चतुर्वेदी ने बताया कि नवनिर्मित पुलिया पानी के तेज बहाव के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे वाहन ही नहीं निकल पा रहे। ऐसे में परेशानी हो रही है।