
Weather News: जिले में शनिवार की दोपहर को एकाएक मौसम बदल गया। वनांचल क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो गई, जिसके कारण ठंडकता में बढ़ोतरी हुई। आगर नदी में जल स्तर बढ़ गया, जिसके कारण ग्रामीणों का आवागमन ही प्रभावित हो गया। बीते कुछ दिनाें से मौसम में थोड़ा बदलाव हुआ है। शनिवार को यह एकाएम पूरी तरह से बारिश में बदल गया। मैदानी क्षेत्र में तो बूंदाबांदी ही हुई, लेकिन पंडरिया और बोड़ला ब्लॉक के वनांचल क्षेत्रों में जमकर व झमाझम बारिश हुई।
पंडरिया ब्लॉक अंतर्गत कुकदूर, आगरपानी, सेंदूरखार वनक्षेत्र में झमाझम बारिश हुई। बारिश इतनी हुई कि बरसात के मौसम की तरह नदी व नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया। छोटे रपटे के ऊपर से पानी बहने की तस्वीर सामने आई है। वनांचल के आगर नदी का जल स्तर बढ़ गया। यह नदी वनांचल के कई दर्जन गांव के आसपास से गुजरता है।
मुख्य रुप से ग्राम कामठी, कुई-कुकदूर और पंडरिया ब्लॉक के आगे मुंगेली जिला की ओर आगे बढ़ जाता है। वहीं इस झमाझम बारिश से वनांचल का तामपान एकाएक कम हो गया। करीब दो डिग्री तक तापमान में कमी आयी। तापमान में गिरावट आते ही ठंडकता बढ़ गई। जबकि दूसरी ओर कवर्धा सहित अन्य मैदानी क्षेत्रों में केवल हल्की बारिश मतलब बूंदाबांदी ही हो सकी। इसके कारण यहां पर ठंडकता नहीं बढ़ी है। उमीद है कि जैसे ही यह बदलेगा ठंडकता में एकाएक बढ़ोतरी होगी।
Weather News: बारिश के बाद मौसम काफी खुशनुमा हो गया। ठंडी हवा ने ठिठुरन और बढ़ा दी है। बीते कुछ दिनों से मौसम में उतार-चढाव बना हुआ है। सुबह से लेकर देर शाम तक सूर्यदेव की आंख मिचोली देखने को मिल रही थी। शनिवार को तो दोपहर बाद से सूर्यदेव के दर्शन ही नहीं हुए। घने काले बादल छाए रहेएजो देर शाम तक झमाझम बरस पड़े।
शनिवार को कवर्धा का अधिकतम तापमान 27 डिग्री रिकार्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 18 डिग्री। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में अब आने वाले दिनों में गिरावट आएगी। रविवार को न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक गिरावट आ सकती है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक जा सकता है, जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री के आसपास ही रहेगा।
सर्दी का मौसम स्वास्थ्य समस्याओं के अलावा दुर्घटनाओं का भी कारण बन सकता है। सर्दी के मौसम में फि सलन और सड़क पर कुहरा हो सकता है जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। चलते समय विशेष ध्यान रखें और सुरक्षित मार्ग से यात्रा करें। इसलिए सर्दी के इस मौसम में अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। वहीं मौसम विभाग ने कबीरधाम में 10 जनवरी तक शीतलहर चलने की चेतावनी दी है। इस विशेष मौसम में संक्रमण, श्वसन संबंधी समस्याएं और हाइपोथर्मिया जैसी समस्याएं बढ़ जाती है।
एकाएक हुई बारिश से फसलों को नुकसान का अनुमान है। सहसपुर लोहारा, बोड़ला, कवर्धा और पंडरिया ब्लॉक के क्षेत्रों में जहां-जहां पर अधिक बारिश हुई है वहां पर फसलों के नुकसान का अनुमान है। मुय रुप से गेंहू, चना और राहर की फसल में बारिश से कीट व्याधि हो सकती है, जिससे किसानों को दिक्कतें होगी और नुकसान भी हो सकता है। साथ ही उद्यानिकी की फसलों में कीट प्रकोप बढ़ सकता है।
Published on:
29 Dec 2024 01:29 pm
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