
एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हिंदू महासभा के प्रदेशाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी।
धार.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में रविवार को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गर्भगृह में मां वाग्देवी की पाषण प्रतिमा रखने के प्रयास को प्रशासन ने विफल कर दिया था। इस घटना के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है। सोमवार को दिनभर शहर मेंं धारनाथ बाबा का छबीना निकलने के बावजूद सुबह से ही अधिकारी लगातार भोजशाला पहुंचकर बारी-बारी से जायजा लेते रहे। ऐहतियातन भोजशाला के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए है। वहीं जिस सुरक्षा जाली (तार फेसिंग) को काटकर अज्ञात व्यक्ति प्रतिमा लेकर अंदर पहुंचे थे, उस रास्ते को अंदर से बंद कर बाहर पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। फिलहाल आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। पूर्व निर्देशानुसार मंगलवार को हिंदू समाज पूजा-अर्चना कर सकता है। वहीं शुक्रवार का दिन मुस्लिम समाज द्वारा नमाज अदा करने के लिए नीयत है।
एसपी बोले-पहले से मजबूत होगी सुरक्षा व्यवस्था
एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि भोजशाला की सुरक्षा को पहले से ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। परिसर के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अतिरिक्त चौकी के पुराने बल को बदलकर नए स्टॉफ को जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रमिता अंदर ले जाने मामले में अज्ञात आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। जिनकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर मूर्ति स्थापित करने के वीडियो वायरल किए जाने के मामले मेंं भी जांच जारी है। जिसका खुलासा जल्द किया जाएगा।
अभी ऐसी है भोजशाला की सुरक्षा
फिलहाल भोजशाला की सुरक्षा व्यवस्था तीन लेयर की है। इसमें प्रवेश द्वारा पर पुलिस चौकी स्थापित है। जबकि अंदर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुरातत्व विभाग द्वारा निजी एजेंसी के सुरक्षागार्ड रखे गए हैं। वहीं अन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अंदर और आने-जाने के रास्ते पर कैमरे लगे हुए हैं।
हिंदू महासभा के प्रदेशाध्यक्ष व संतों ने जताई नाराजगी, आंदोलन की चेतावनी
सोमवार दोपहर को अभा हिंदू महासभा के प्रदेशाध्यक्ष जितेंंद्रसिंह ठाकुर सहित संतों ने भोजशाला पहुंचकर गर्भगृह के दर्शन किए। मूर्ति नहीं होने पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए ठाकुर ने कहा कि समूचा हिंदू समाज चाहता है कि भोजशाला में मां सरस्वती की मूर्ति लगे। रविवार को शासन-प्रशासन ने हठधर्मिता दिखाते हुए मूर्ति को हटा दिया। यह शासन-प्रशासन के साथ सरकार की नाकामी है। हिंदू महासभा द्वारा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम रोशनी पाटीदार को सौंपा गया। जिसमें मांग कि गई भोजशाला में मां वाग्देवी की मूर्ति पुन: स्थापित की जाए और यदि ऐसा नहीं हुआ तो समूचे प्रदेश में हिंदू महासभा द्वारा बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। जिसकी कीमत मौजूदा प्रदेश शिवराज सरकार को भी चुकाना पड़ेगी। हिंदू महासभा भोपाल से धार तक यात्रा निकालेगी। ओंकारेश्वर से आए महंत आचार्य अनील ने कहा कि बड़ी उत्सुकता से हम यहां मां वाग्देवी के दर्शन केे लिए आए थे। किंतु निराशा हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन ने बिना तथ्यों को जाने मूर्ति को हटा दिया है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
अतिरिक्त कैमरेे लगाएंगे
भोजशाला की सुरक्षा के लिए चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे। इसके अलावा पिछले हिस्से में भी फोर्स तैनात किया गया। रविवार की घटना को लेकर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मनोज कुमार सिंह, एसपी धार
निर्देश दिए है
रविवार की घटना के बाद मौका निरीक्षण किया। हमारे पहुंचने पर प्रतिमा नहीं थीं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मनोज कुर्मी, सुपरिटेंडेंट पुरातत्व विभाग भोपाल
Published on:
12 Sept 2023 03:31 pm
बड़ी खबरें
View Allखरगोन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
