
कांग्रेस में मची खलबली
कोरबा. उइके के भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस में रायपुर से लेकर दिल्ली तक खलबली मच गई है। अब तक गठबंधन को लेकर पीछे हट रही कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए गोंगपा को 15 अक्टूबर को दिल्ली बुलाया है।
पिछले डेढ़ माह से गोंगपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर कई दौर की चर्चा हुई। हर बार सीटों को लेकर पेंच फंस रहा था। आखिर में गोंगपा ने सीट बंटवारें को लेकर नया फार्मूला कांग्रेस को दिया था। गोंगपा चाहती थी के कांग्रेस उनके लिए पाली तानाखार सीट को छोड़ दे। विधायक रामदयाल उइके को किसी ओर सीट से लड़वाया जाएं।
गोंगपा उइके को हटाने के लिए जोर लगा रही थी। गौरतलब है कि पिछले तीन चुनाव में इस सीट से कांग्रेस पहली नंबर तो गोंगपा के हीरासिंह मरकाम दूसरे नंबर पर तो वहीं भाजपा तीसरी नंबर पर रही है। अब उइके के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। कांग्रेस को गोंगपा को बुलावा आ चुका है।
6 अक्टूबर को गोंगपा की कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि कांग्रेस से वह किसी भी तरह की गठबंधन नहीं करेगी। अब गोंगपा को कांग्रेस से कहा गया है कि विकल्प अब भी बचा है। अंतिम दौर की बैठक दिल्ली में 15 को रखी गई है। जहां गोंगपा प्रमुख हीरासिंह मरकाम और राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह शामिल होंगे।
कांग्रेस नहीं उतारेगी प्रत्याशी, मरकाम होंगे गठबंधन के चेहरे
उइके के बाद कांग्रेस में पाली तानाखार से एक भी बड़ा चेहरे पार्टी मेें नहीं है। दूसरी तरफ गोंगपा की बड़ी मांग अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा ने पूरी कर दी है। ऐसे में अब साफ है कि हीरासिंह मरकाम कांग्रेस और गोंगपा के गठबंधन के चेहरे होंगे। अटकलें लगाई जा रही है कि 15 तक इसकी घोषणा हो जाएगी। गोंगपा 5 अन्य सीटों पर भी अपना दावा ठोंक रही है।
भाजपा के दावेदारों में मचा हड़कंप, 5 साल की तैयारी धरी रह गई
इधर भाजपा के दावेदारों के बीच भी हड़कंप मच गया है। दरअसल कांग्रेस से 15 साल से विधायक उइके को हराने के लिए पूरी जोड़तोड़ चल रही थी। इसी बीच कांग्रेस का हाथ छोड़ भाजपा का हाथ थामने के बाद संभावित दावेदारों में एक प्रकार से निराशा छा गई है। जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष देवीसिंह टेकाम, श्यामलाल मरावी समेत अन्य शामिल है।
Published on:
13 Oct 2018 12:32 pm
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