
बच्चों ने किया चिडिय़ा का शिकार, चिडिय़ा गिरी तालाब में, फिर तालाब में जो दिखा उसे देखकर खड़े हो गए रोंगटे
कोरबा. गांव के बच्चे चिडिय़ा का शिकार कर रहे थे, ऐसे में बच्चों ने एक चिडिय़ा को पत्थर से मारा, चिडिय़ा घायल होकर उड़ती हुई वहीं पास के एक तालाब में गिर गई। दौड़ते हुए बच्चे उसे पकडऩे के लिए तालाब के किनारे पहुंचे। जब वो वहां गए तो वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए, वो दौड़ते भागते, चीखते-चिल्लाते गांव की ओर भागे और गांव वालों को उस नजारे की जानकारी दी। साथ ही पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई।
पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। दरअसल वहां पर करीब 20 दिन से लातपा एक किशोरी की लाश तालाब के किनारे थी। उसकी पहचान, पाली डोंगानाला की रहने वाली 17 साल की रंजीता गोंड़ के रूप में की गई है।
लाश पाली थानांतर्गत ग्राम डोंगानाला में तालाब किनारे पानी में मिली है। पुलिस की जांच में पता चला है कि लड़की डोंगानाला की निवासी थी। मुनगाडीह के सरकारी स्कूल में कक्षा 11वीं की छात्रा थी। पांच सितंबर को घर से निकली थी। इसके बाद घर नहीं लौटी। उसके पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट पाली थाना में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस इसकी पतासाजी कर रही थी।
इस बीच रविवार को गांव के कुछ बच्चे चिडिय़ा का शिकार कर रहे थे। एक चिडिय़ा तालाब मेें गिरी। बच्चे तालाब में चिडिय़ा पकडऩे पहुंचे। उन्होंने एक सड़ी गली लाश देखी। गांव वालों को बताया, पुलिस को भी अवगत कराया गया। कपड़े से मृतका की पहचान रंजीता के रूप में की गई है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रंजीता मानसिक तौर पर परेशान थी। आंशका है कि डूबने से मौत हुई होगी। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
Published on:
21 Oct 2018 08:49 pm
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